विदिशा। जिले के सिरोंज क्षेत्र में कई लोग बाहर से पैदल चलकर अपने-अपने गांव वापस आ रहे हैं, क्योंकि अन्य प्रदेशों में फंसे मजदूरों का धैर्य का टूट चुका है. लॉकडाउन को काफी समय हो चुकी है. प्रदेश सरकार भी देश के विभिन्न प्रदेशों में फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए लगी हुई है.
शहर से 18 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत ग्रेटर के तीन मजदूर नासिक से पैदल चलकर अपने घर वापस लौट कर आए. इन मजदूरों ने बताया कि ये नासिक में बैटरी बनाने का काम करते थे. 23 मार्च को लॉकडाउन लगने के बाद ये फंस गए थे. साथ ही कंपनी के ठेकेदार ने भी उन्हें पैसे नहीं दिए. वहां के प्रशासन ने भी कोई मदद नहीं की.
बृजलाल ने बताया कि खाने के भी लाले पड़ गए, उसके बाद वहां के अधिकारियों से कई बार घर भेजने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी. जिसके बाद इन लोगों ने पैदल घर जाने का प्लान बनाया. मजदूरों ने बताया कि रास्ते में कई जगह उन्हें पुलिस वालों ने खाना खिलाया, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी उनकी मदद की. मजदूरों ने बताया कि वो 11 दिन तक पैदल चलकर अपने गांव पहुंचे. उन्होंने कहा कि अब वो कभी बाहर काम करने नहीं जाएंगे.