विदिशा। देशभर में रक्षाबंधन के दिन एक बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर जिंदगी भर की रक्षा करने का वचन लेती है, लेकिन विदिशा की तस्वीरें इस त्योहार में कुछ अलग ही कहानी बयां करती हैं. विदिशा के लोग यहां के रेलवे पुल, ओवर ब्रिज, रेलवे ट्रैक, पटरी पर दौड़ती ट्रेनों को राखी बांधकर उनसे जिंदगी की रक्षा करने का वचन लेते हैं. यह कार्य आज से नहीं बल्कि करीब दस सालों से बदस्तूर जारी है.
विदिशा के तमाम युवक रक्षाबंधन के दिन सुबह होते ही रंगई मंदिर पर पहुंचकर भगवान की पूजा अर्चना कर शहर भर के पुल, ओवरब्रिज को राखी बांधकर शहर वासियों के जीवन की रक्षा करने का वचन लेते हैं. युवकों का मानना है कि, इन पुलों से हजारों लाखों जिंदगियां हर दिन सफर करती हैं. इंसानों की जिंदगी इन सबके हाथों में है. इसलिए पूरे विधि विधान से इन ओवर ब्रिज, पुल, रेलवे ट्रैक को राखी बांधकर इनसे वचन लिया जाता है. युवक बताते हैं कि, यह कार्य उनके दोस्त दीपक ने शुरू किया था, जो अब दुनिया में नहीं हैं, उसकी याद में ये कार्यक्रम चलाया जाता है. हर साल इसी तरह रक्षाबंधन पर इस कार्यक्रम का आयोजन कर शहर के ओवर ब्रिज, पुलों समेत रेल की पटरी, इंजन को रक्षा सूत्र बांधा जाता है.
भावुक हो गए ट्रेन चालक
विदिशा पहुंची कुशीनगर एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन की इन युवकों ने पूजा की, ट्रेन चालक के हाथ में राखी बांधी, तो ट्रेन चालक भी भावुक हो गए. चालकों ने युवकों से कहा कि 'हमने सोचा भी नहीं था. इस सूनी कलाई पर राखी हमारा किसी रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रही है'.