विदिशा। जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इससे होने वाली मौतों के आंकड़े भी बढ़ रहे है, जिसकी वजह से शवों के अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम अब छोटे पड़ रहे है. अंतिम संस्कार खुले प्रांगण में करना पड़ रहा हैं. लिहाजा जिला प्रशासन ने 10 नए अस्थाई शवदाह स्थल बढ़ाना शुरू कर दिया हैं. नगर में भी तीन अलग-अलग स्थानों पर ऐसे ही अस्थाई शवदाह स्थल बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
प्रतिदिन जिले में लगभग 200 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे है, जिसमें डेढ़ सौ से अधिक मरीज शहर में कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं. मौतों का आंकड़ा भी ऊंचाई छू रहा है, जिसके कारण मुक्तिधाम अब छोटा पड़ने लगा है. यहां चार शवदाह गृह शेड बने हुए हैं, जिसमें कुल 13 शवदाह स्थल बनाए गए हैं. अब यह शेड भी कम पड़ रहे हैं. लोगों को मजबूरी में खुले प्रांगण और मुक्तिधाम के रास्तों पर अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है.
10 अस्थाई शवदाह स्थल बनाना शुरू
बीते दिन 12 शव मुक्तिधाम में पहुंचे, जिसमें चार कोरोना संक्रमित और चार सामान्य मौतों के हैं, जबकि पहले से ही अनेक शवदाह स्थल भरे हुए थे. इसको लेकर मुक्तिधाम सेवा समिति प्रबंधन ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर मीटिंग ली. मौके पर एसडीएम, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष और इंजीनियर की टीम ने पहुंचकर वहां 10 नए अस्थाई शव दाह स्थल बनाने का कार्य शुरू कर दिया है. वहीं लगभग डेढ़ हजार क्विंटल लकड़ी और एक लाख कंडों का स्टॉक कर लिया गया है, जिसे समय रहते और बढ़ाया जाएगा. लगातार कोरोना मरीजों के शव यहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, जिसके कारण स्थाई रूप से सैनिटाइज टैंक और ट्रैक्टर यहां खड़े करा दिए गए हैं.
अंत्येष्टि के इंतजार में श्मशान में पड़े शव, आंकड़ों की बाजीगरी में जुटा प्रशासन
कोरोना से रोजाना मौतों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. रोजाना 4-6 लोग कोरोना काल में समा रहे हैं. पिछले पांच दिनों में ही 24 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है. हालात ये हैं कि अब विदिशा का मुक्तिधाम भी छोटा पड़ रहा है. यहां अंतिम संस्कार के लिए 13 चबूतरे हैं, लेकिन अंतिम संस्कार के लिए अब जगह नहीं.
नगरपालिका सीएमओ सुधीर सिंह ने कहा कि लगातार कोरोना वायरस की संख्या बढ़ती जा रही है. मृत्यु दर भी लगातार बढ़ रहा है. इसलिए 10 अस्थाई शव दाह स्थल और बनाना शुरू कर दिया गया हैं.