ETV Bharat / state

'हमारा घर हमारा विद्यालय' में शिक्षकों ने नहीं दिखाई रुचि, विदिशा को मिला 47वां स्थान

कोरोना काल में सरकार ने 'हमारा घर हमारा विद्यालय' अभियान की शुरूआत की थी, लेकिन कुछ शिक्षकों ने इसमें रुचि ही नहीं दिखाई है, दो माह बाद हुई इस बैठक में इस बात खुलासा हुआ है. पढ़िए पूरी खबर..

hamara ghar hamara vidhyalay
हमारा घर हमारा विद्यालय
author img

By

Published : Sep 8, 2020, 3:57 AM IST

विदिशा। कोराना काल में पूरी तरह से स्कूल बंद हैं. बच्चों की पढ़ाई में कोई कसर न रह जाए, इसके लिए सरकार ने 'हमारा घर हमारा विद्यालय' अभियान की शुरुआत की है, ताकि शिक्षक बच्चों को घर-घर जाकर पड़ा सकें, जिससे बच्चों की पढ़ाई न पिछड़े. दो माह के बाद जब समीक्षा बैठक की गई तो उसमें खुलासा हुआ कि जिले के 65 फीसदी शिक्षकों ने बच्चों के घर जाकर ऑनलाइन पढ़ाई करवाने में कोई खास रुचि नहीं दिखाई.

लिहाजा विदिशा जिला प्रदेश भर में 'घर जाकर अभियान' में 47वें नंबर पर रहा, जिले की बैठक में ये भी खुलासा हुआ कि जिले के पांच हजार 821 शिक्षक, जिन्होंने कभी शासन के इस अभियान का पालन ही नहीं किया.

जिन स्कूल प्रचार्य ने लापरवाही बरती है, ऐसे शिक्षकों की अब शिक्षा विभाग सूची तैयार कर रहा है. जिसके बाद उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे.

'हमारा घर हमारा विद्यालय' के तहत बच्चों को मोबाइल पर रोज पाठ्यक्रम भेजने के लिए शिक्षकों को काम दिया गया था. शिक्षा विभाग के मुताबिक कई शिक्षकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और कई बच्चों को पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाया गया.

विदिशा। कोराना काल में पूरी तरह से स्कूल बंद हैं. बच्चों की पढ़ाई में कोई कसर न रह जाए, इसके लिए सरकार ने 'हमारा घर हमारा विद्यालय' अभियान की शुरुआत की है, ताकि शिक्षक बच्चों को घर-घर जाकर पड़ा सकें, जिससे बच्चों की पढ़ाई न पिछड़े. दो माह के बाद जब समीक्षा बैठक की गई तो उसमें खुलासा हुआ कि जिले के 65 फीसदी शिक्षकों ने बच्चों के घर जाकर ऑनलाइन पढ़ाई करवाने में कोई खास रुचि नहीं दिखाई.

लिहाजा विदिशा जिला प्रदेश भर में 'घर जाकर अभियान' में 47वें नंबर पर रहा, जिले की बैठक में ये भी खुलासा हुआ कि जिले के पांच हजार 821 शिक्षक, जिन्होंने कभी शासन के इस अभियान का पालन ही नहीं किया.

जिन स्कूल प्रचार्य ने लापरवाही बरती है, ऐसे शिक्षकों की अब शिक्षा विभाग सूची तैयार कर रहा है. जिसके बाद उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे.

'हमारा घर हमारा विद्यालय' के तहत बच्चों को मोबाइल पर रोज पाठ्यक्रम भेजने के लिए शिक्षकों को काम दिया गया था. शिक्षा विभाग के मुताबिक कई शिक्षकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और कई बच्चों को पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.