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पर्यावरण बचाने में जुटी सृष्टि सेवा समिति, अब तक लगा चुकी है हजारों पौधे

सृष्टि सेवा समिति द्वारा वातावरण को डिस्पोजल मुक्त बनाने के लिए अनूठी पहल की जा रही है. समिति शादी, पार्टियों में स्टील के वर्तन निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं जिससे लोग डिस्पोजल का उपयोग न करें और पर्यावरण प्रदूषित न हो.

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Published : Sep 7, 2019, 2:20 PM IST

पर्यावरण बचाने में जुटी सृष्टि सेवा समिति

विदिशा। पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए देश के कई लोग आगे आ रहे है. इन्हीं में से एक समूह गंजबासौदा में पर्यावरण को बचाने सतत प्रयास कर रहा है. सृष्टि सेवा समिति द्वारा वातावरण को डिस्पोजल मुक्त बनाने के लिए अनूठी पहल की जा रही है. समिति शादी, पार्टियों में स्टील के वर्तन निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं जिससे लोग डिस्पोजल का उपयोग न करें और पर्यावरण प्रदूषित न हो.

पर्यावरण बचाने में जुटी सृष्टि सेवा समिति

पर्यावरण प्रेमी रूपेश लाड़ ने अपने साथियों के साथ मिलकर सृष्टि सेवा समिति का गठन किया. रूपेश ने अपने साथियों के साथ पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले सभी तत्वों को ध्यान में रखा, जिसमें डिस्पोजल का उपयोग एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया. समिति के लोगों ने अब तक शहर में हजारों पौधों को लगाने का काम किया है. साथ ही पौधों को बड़े होने तक अपने साथियों के साथ उनकी देखभाल की और आज वो पौधे वृक्षों का रूप ले चुके हैं.

समिति ने हर साल पर्यावरण संरक्षण के लिए कई प्रकल्प चलाने शुरू किए है. वहीं अपने हाथों से मिट्टी के गणेश बना कर रूपेश लोगों को मिट्टी की प्रतिमाएं भी वितरित करते हैं.

विदिशा। पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए देश के कई लोग आगे आ रहे है. इन्हीं में से एक समूह गंजबासौदा में पर्यावरण को बचाने सतत प्रयास कर रहा है. सृष्टि सेवा समिति द्वारा वातावरण को डिस्पोजल मुक्त बनाने के लिए अनूठी पहल की जा रही है. समिति शादी, पार्टियों में स्टील के वर्तन निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं जिससे लोग डिस्पोजल का उपयोग न करें और पर्यावरण प्रदूषित न हो.

पर्यावरण बचाने में जुटी सृष्टि सेवा समिति

पर्यावरण प्रेमी रूपेश लाड़ ने अपने साथियों के साथ मिलकर सृष्टि सेवा समिति का गठन किया. रूपेश ने अपने साथियों के साथ पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले सभी तत्वों को ध्यान में रखा, जिसमें डिस्पोजल का उपयोग एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया. समिति के लोगों ने अब तक शहर में हजारों पौधों को लगाने का काम किया है. साथ ही पौधों को बड़े होने तक अपने साथियों के साथ उनकी देखभाल की और आज वो पौधे वृक्षों का रूप ले चुके हैं.

समिति ने हर साल पर्यावरण संरक्षण के लिए कई प्रकल्प चलाने शुरू किए है. वहीं अपने हाथों से मिट्टी के गणेश बना कर रूपेश लोगों को मिट्टी की प्रतिमाएं भी वितरित करते हैं.

Intro:सृष्टि को बचाने मैं जुटी सृष्टि सेवा समिति

एंकर - हमारे देश को अंग्रेजो ने बर्बाद कर दिया था आज प्रदूषण हमारे पर्यावरण को बर्बाद कर रहा है।
अंग्रेजो से आजादी के लिए देश के वीर सपूत सीना तान कर खड़े हो गए। आज पर्यावरण प्रदूषण से आजादी के लिए भी देश के कई लोग खड़े हो रहे है ।
ऐसे ही लोगों का एक समूह गंजबासौदा मैं पर्यावरण को बचाने सतत प्रयास कर रहा है

एंकर 2 - समिति शहर सहित जिले भर मैं अब तक लगवा चुकी है हजारों पौधे , पौधे लगवा कर अपने साथियों के साथ उनके बड़े होने तक करते है संरक्षण ।

एंकर 3 - वातावरण को डिस्पोजल मुक्त बनाने के लिए चलाई अनूठी पहल , शादी पार्टियों मैं निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं स्टील के वर्तन जिससे न हो पर्यावरण प्रदूषित ।
साथ ही गणेश उत्सव पर करते है मिट्टी की प्रतिमाओं का वितरण , नागरिकों को बताते हैं प्लास्टर ऑफ पेरिस के नुकसान ।Body:
वाइस ओवर - गुलामी की आजादी के बाद भी भारत को आजादी की दरकार है , ओर ये आजादी है पर्यावरण प्रदूषण से ओर ये काम कर रहे हैं गंजबासौदा की सृष्टि सेवा समिति के लोग अपने पर्यावरण प्रेम के कारण शहर समिति शहर सहित जिले भर मैं बना चुकी है अपनी पहचान
समिति पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए अपने मन में संकल्प लिए हुए है और उन्होंने इसके लिए कई अनूठे कार्य भी किए हैं ।
समिति के लोगों ने अब तक हजारों पौधों को लगाने का काम किया है , ओर न केबल पौधे लगाए है बल्कि उनके बड़े होने तक अपने साथियों के साथ उनकी देखभाल की और आज वह पौधे वृक्षों का रूप ले चुके हैं ।

वाइट - अनिल शर्मा

वाइस ओवर 2 - पर्यावरण प्रेमी रूपेश लाड़ ने अपने साथियों मिलकर एक समिति सृष्टि सेवा का गठन किया और अपने संकल्प को पूरा करने के लिए अगला कदम बढ़ाया । रूपेश ने अपने साथियों के साथ पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले सभी तत्वों को ध्यान मैं रखा , जिसमे डिस्पोजल का उपयोग एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आई ।
समिति ने इसका भी उपाय ढूंढ ही लिया ओर लोगों की जागरूक किया डिस्पोजल मुक्त शादी कार्यक्रम करने के लिए । अपनी समिति की ओर से लोगों को स्टील के वर्तन निःशुल्क उपलब्ध कराना शुरू कर दिया जो कि काफी कारगर सिद्ध हुआ पर्यावरण को डिस्पोजल से मुक्ति दिलाने के लिए ।

वाइट- रविन्द्र जैन Conclusion:वाइस ओवर 3 - समिति हर वर्ष अपने साथियों के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए कई प्रकल्प चलाने शुरू किए , ऐसे ही गणेशोत्सव के समय लोगो को मिट्टी की प्रतिमाएँ स्थापित करने के लिए भी जागरूकता अभियान ग्रीन मेन के द्वारा किया जाता है , ओर अपने हाथों से मिट्टी के गणेश बना कर रूपेश लोगो को मिट्टी की प्रतिमाएं भी वितरित करते है |
साथ ही लोगों को घटते जल स्तर के लिए भी सृष्टि सेवा समिति की टीम एक जागरूकता अभियान चला रही है ।

वाइट - राजेश खन्ना

वाइट - अखिलेश लाहौरी (नागरिक)
वाइट-धर्मेंद्र सोलंकी ( एडवोकेट )

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