विदिशा. सीनियर कांग्रेस नेता अशोक त्यागी ने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. शनिवार को तहसील कार्यालय पहुंचे अशोक त्यागी ने नामांकन फार्म लिया. मीडिया कर्मियों से बात करते हुए त्यागी ने कहा की 2018 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट दिया था. सारी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद पार्टी ने धोखा कर टिकट बदल दिया.
त्यागी ने कहा कि वे बीते 5 सालों से लगातार पार्टी के लिए क्षेत्र में मेहनत कर रहे थे. क्षेत्र की 254 पोलिंग पर उन्होंने अपनी टीम खड़ी की थी. 2018 में टिकट बदलने के बाद राजा दिग्विजय सिंह ने उन्हें टिकट देने का वादा किया था. परंतु इस बार भी पार्टी ने उनके साथ छल किया. त्यागी ने कहा की जिले की पांचों सीटों में एक भी प्रत्याशी पार्टी ने ओबीसी वर्ग से नहीं चुना है. इसी को लेकर त्यागी ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
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भाजपा छोड़ बहुजन समाज पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तोषमनी पंथी: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और 4 बार के पार्षद तोषमनी पंथी ने अपनी पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी हे. पंथी ने कहा की पार्टी से जुड़े उन्हें एक लंबा अरसा बीत गया. वे 2 बार पार्षद रहे और 2 बार उनकी पत्नी पार्षद रही हैं, लेकिन पार्टी में उन्हें कभी सम्मान नहीं दिया गया. पंथी ने कहा की पार्टी के किसी प्रकोष्ठ में उन्हें कोई पद भी नहीं दिया गया. अशोक त्यागी के निर्दलीय चुनाव लड़ने और तोषमानी पंथी के बीएसपी से चुनाव लड़ने से दोनो ही पार्टियों को भारी नुकसान हो सकता है. अशोक त्यागी के निर्दलीय चुनाव लड़ने और तोषमानी पंथी के बीएसपी से चुनाव लड़ने से दोनो ही पार्टियों को भारी नुकसान हो सकता है.