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खरीदी केंद्रों पर गेहूं खराब होने पर विधायक शशांक भार्गव ने साधा सरकार पर निशाना - Wheat spoiled in Vidisha

बारिश के कारण सोसाइटियों में भीगे गेहूं को लेकर कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.

Legislators target government on wheat procurement centers
विधायक शशांक भार्गव
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Published : Aug 9, 2020, 3:23 PM IST

विदिशा। समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं के बारिश में भीग जाने पर खराब होने के बाद उनकी नीलामी के मामले पर कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने मध्यप्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. शशांक भार्गव ने कहा गेहूं खराब होने के लिए मध्य प्रदेश के खाद्य आपूर्ति मंत्री सहित विभाग के अधिकारी जिम्मेदार हैं, इसकी जांच होनी चाहिए.

विधायक भार्गव ने कहा, गेहूं खरीदी में सरकार ने लापरवाही बरती है, जिसके कारण खरीदी के दौरान उठाव ना होने से गेहूं बारिश में भीगा और गोदाम में सड़ गया. इसमें जनता का पैसा बर्बाद हुआ है. विधायक ने कहा कि पैसे की वसूली खाद्य मंत्री और विभाग के दोषी अधिकारियों से होनी चाहिए. बारिश के कारण खराब हुए गेहूं को सरकार ने व्यापारियों को बेच दिया. अनाज खरीदने वाले व्यापारी इसे साफ गेहूं में मिलाकर जनता को दे देंगे. जिससे जनता को परेशानी हो सकती है. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार खराब गेहूं खिलाकर जनता को मरने पर विवश कर कर रही है.

बता दें कि विदिशा जिले में लगातार बारिश से पांच हजार टन गेहूं खराब हुआ है, जिसमें कम दामों पर सरकार ने नीलामी करवा दी है. इससे शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है. यह गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था, जो बारिश के कारण समितियों में भीग गया और डेढ़ माह बाद गोदाम में सड़ गया.

विदिशा। समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं के बारिश में भीग जाने पर खराब होने के बाद उनकी नीलामी के मामले पर कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने मध्यप्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. शशांक भार्गव ने कहा गेहूं खराब होने के लिए मध्य प्रदेश के खाद्य आपूर्ति मंत्री सहित विभाग के अधिकारी जिम्मेदार हैं, इसकी जांच होनी चाहिए.

विधायक भार्गव ने कहा, गेहूं खरीदी में सरकार ने लापरवाही बरती है, जिसके कारण खरीदी के दौरान उठाव ना होने से गेहूं बारिश में भीगा और गोदाम में सड़ गया. इसमें जनता का पैसा बर्बाद हुआ है. विधायक ने कहा कि पैसे की वसूली खाद्य मंत्री और विभाग के दोषी अधिकारियों से होनी चाहिए. बारिश के कारण खराब हुए गेहूं को सरकार ने व्यापारियों को बेच दिया. अनाज खरीदने वाले व्यापारी इसे साफ गेहूं में मिलाकर जनता को दे देंगे. जिससे जनता को परेशानी हो सकती है. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार खराब गेहूं खिलाकर जनता को मरने पर विवश कर कर रही है.

बता दें कि विदिशा जिले में लगातार बारिश से पांच हजार टन गेहूं खराब हुआ है, जिसमें कम दामों पर सरकार ने नीलामी करवा दी है. इससे शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है. यह गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था, जो बारिश के कारण समितियों में भीग गया और डेढ़ माह बाद गोदाम में सड़ गया.

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