विदिशा। जिले के करारिया थाना क्षेत्र में कई नाबालिग लड़कियों को शादी का झांसा देकर बंधक बनाने का मामला सामने आया है, इसकी जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने कार्रवाई करते हुए शेरपुर गांव और आनंदपुर गांव से दो नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है, जिन्हें महाराष्ट्र पुलिस के सुपुर्द कर दिया है. पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने बताया कि जब नाबालिग से पूछताछ की गई तो उसने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले स्थित बालिका संप्रेक्षण गृह से भागना बताया, जिसमें दो अन्य नाबालिग साथी भी शामिल थे.
नाबालिग ने बताया कि वह काम की तलाश में भोपाल के मंडीदीप क्षेत्र में मजदूरी करने गई थी, इस दौरान मंडीदीप निवासी संजू बाई से मुलाकात हुई, जो बहला-फुसलाकर अपने साथ आनंदपुर ले गई. जहां महिला ने शादी का झांसा देकर अपने परिचित राकेश कुर्मी के घर ठहराया. 4 माह तक रहने के बाद संजू बाई ने नाबालिग लड़कियों को गुलाबगंज निवासी महेश कुर्मी के घर ले जाकर छोड़ दिया, जहां महेश की पत्नी उनसे अवैध कारोबार कराने लगी. यहां से त्रस्त होकर लड़कियां मौका पाकर फरार हो गईं.
पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने बताया कि इस पूरे मामले की बारीकी से जांच-पड़ताल की जा रही है. आशंका है कि इसके पीछे कोई बड़ा गरोह हो सकता है, जिसमें बाहरी राज्यों से नाबालिग लड़कियों को लाकर देह व्यापार कराया जाता है.