विदिशा। जिला पंचायत में पदस्थ एकाउंटेंट मनोज राय कार्यालय में ही लोकायुक्त की टीम के हत्थे चढ़ गया. भोपाल लोकायुक्त की टीम ने उसे 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है. लोकायुक्त टीम की निरीक्षक रजनी तिवारी ने बताया कि आवेदक रिषिराज कुर्मी रोजगार सहायक था. उसे अनियमितताओं के चलते कलेक्टर ने बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद वह न्यायालय की शरण मे चला गया था. इसी मामले में जिला पंचायत की ओर से जांच रिपोर्ट पेश की जानी थी. इसी रिपोर्ट को सही करने के लिए एकाउंटेंट ने रिश्वत की मांग की थी.
बर्खास्त रोजगार सहायक ने की थी शिकायत: भोपाल लोकायुक्त को ऋषिराज कुर्मी निवासी ग्राम मैनवाड़ा विदिशा ने आवेदन देकर एकाउंटेंट की शिकायत की थी. उसने बताया था कि वह रोजगार सहायक मैनवाड़ा के पद पर 2017 में पदस्थ था. इस दौरान उस पर अनियमितता के आरोप लगने पर कलेक्टर विदिशा ने बर्खास्त किया था. जिस पर हाईकोर्ट ग्वालियर से उसके प्रकरण में जांच कराना का आदेश आया था. प्रकरण की जांच रिपोर्ट आवेदक के पक्ष में करने को लेकर मनोज राय ने 30 हजार रुपए की डिमांड की है. इस रिश्वत राशि से आवेदक से 15 हजार रुपए मनोज राय ने शुक्रवार को मंगाए थे.
विदिशा जिला पंचायत ऑफिस में छापा : लोकायुक्त ने शिकायत की जांच के बाद ट्रैप करने की योजना बनाई. लोकायुक्त एसपी मनु व्यास के निर्देशन में इंस्पेक्टर रजनी तिवारी, इंस्पेक्टर नीलम पटवा एवं लोकायुक्त टीम ने आवेदक ऋषिराज कुर्मी के साथ मिलकर ये कार्रवाई विदिशा में जिला पंचायत के कार्यालय में की. योजना के तहत आवेदक से 15 हजार की रिश्वत राशि मनोज राय के लेते ही लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया. जिस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत एफआईआर दर्ज की गई.
25000 की रिश्वत लेते हुए महिला कर्मचारी गिरफ्तार, जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने की कार्रवाई
ऑफिस टाइम के बाद भी बैठा था एकाउंटेंट : शुक्रवार की शाम को कार्यालय का समय समाप्त होने के बाद अधिकांश कर्मचारी अपने घर के लिए रवाना हो गए थे. कार्यालय के भूतल पर ही मुख्य द्वार के बगल में बने कक्ष में लेखाधिकारी मनोज राय अकेला बैठा था. निलंबित रोजगार सहायक ऋषिराज कुर्मी 15 हजार रुपए का लिफाफा लेकर उसके कक्ष में पहुंचा. जब लिफाफा देकर वह बाहर आया तो लोकायुक्त टीम को इशारा किया. इसके बाद लोकायुक्त टीम ने मनोज राय को रुपए के साथ पकड़ लिया.
(Lokayukt raid at district Panchayat office) (accountant arrested by Lokayukt)