विदिशा। सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने, उनकी शिक्षा को लेकर कई योजनाएं चला रही है. इधर विदिशा में पहली संतान के रूप में बेटी के जन्म पर एक स्कूल संचालक ने जमकर खुशियां मनाई. अपनी बेटी का नाम अयोध्या रखा है. इस मौके पर पिता मयंक कर्ण ने कहा कि वो जरूरतमंद बच्चियों को निःशुल्क शिक्षा देंगे और उनकी किताबों का खर्च भी उठाएंगे. इस मौके पर जिला अस्पताल से परिजन 'अयोध्या' को ढोल के साथ धूमधाम से घर लेकर आएं.
पिता अपने स्कूल में लड़कियों को मुफ्त पढ़ाएंगे (Father will give free education to poor girls)
अयोध्या के पिता मयंक बहुत खुश है कि उन्हें पहली संतान के तौर पर बेटी का उनके घर आगमन हुआ है. उन्होंने अस्पताल से घर तक अपनी खुशियों का जमकर इज़हार भी किया है. उनका कहना है कि वह 'अयोध्या' के जन्म की खुशी में सपरिवार रक्तदान करेंगे और जो बच्चियां संसाधनों के अभाव में पढ़ने से वंचित है, उन्हें न केवल निःशुल्क पढ़ाएंगे, बल्कि उनकी किताबों का खर्च भी स्वयं उठायेंगे.
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बेटी के जन्म पर मोहल्ला गुलजार
निजी स्कूल के संचालक मयंक कर्ण के घर कन्या ने जन्म लिया तो उनकी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा है. बच्ची को अयोध्या नाम दिया गया है. विदिशा जिला अस्पताल से 'अयोध्या' को ढोल ढमाकों के साथ धूमधाम से घर लाया गया और पूरे गली-मोहल्ले और घर को गुब्बारों और फूल-मालाओं से सजाया गया. 'अयोध्या' के स्वागत में पोस्टर लगाए गए. ऐसा लग रहा था मानो किसी खास शख्सियत का आगमन हो रहा हो. इस अवसर पर परिजनों के साथ मोहल्ले वालों ने भी 'अयोध्या' के स्वागत में ढोल की थाप पर नाचकर अपनी खुशियों का इजहार किया. (celebration of birth of daughter in Vidisha)