विदिशा। प्रदेश में एक बार फिर किसान कर्जमाफी का मुद्दा गरमाने लगा है. राष्ट्रीय किसान महासंघ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से किसान कर्जमाफी की समस्या का निराकरण करने की मांग की है. किसान डिप्टी कलेक्टर के पास पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए कर्जमाफी के प्रमाण पत्र लेकर पहुंचे. किसानों ने आरोप लगाया है कि, प्रमाण पत्र तो दिए गए, लेकिन किसानों का कर्ज माफी नहीं हुई है. किसानों ने कहा, पिछले वर्ष 2018 में भी भावन्तर का भुगतान नहीं हो सका है.
किसान संघ के अध्यक्ष लाखन सिंह ने डिप्टी कलेक्टर प्रवीण प्रजापति को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम ज्ञापन देकर मांग की है कि, किसानों का कर्ज माफ किया जाए. उन्होंने कहा कि सरकारें बदलने पर हमेशा अन्नदाता को छला जाता है. चाहे वो भावन्तर के नाम पर हो या किसान कर्जमाफी के नाम पर, किसानों के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं तो की जाती हैं, लेकिन ये योजनाएं चुनाव तक ही सीमित रहती हैं. पिछली सरकार ने कर्ज माफी का एलान किया था, लेकिन कर्ज माफी नहीं हुई है.
डिप्टी कलेक्टर प्रवीण प्रजापति ने भी किसानों को आश्वासन देते हुए कहा है कि, जल्द ही समस्या का निराकरण करवाया जाएगा. किसानों का गंभीर मुद्दा है, जिसे आला अधिकारियों को अवगत करा कर मुख्यमंत्री तक आपकी बात पहुंचाई जाएगी.