ETV Bharat / state

बंपर पैदावार से अन्नदाता मालामाल, सौ से अधिक किसान बने करोड़पति - Wheat Crop in Vidisha

विदिशा जिले में इस बार गेहूं की बंपर पैदावार हुई है, जिससे बड़े से लेकर छोटे किसान भी मालामाल हो गए हैं. अच्छी पैदावार होने से कई किसानों ने करोड़ों तक का गेहूं बेचा है, अच्छी फसल होने से किसानों में खुशी की लहर देखी जा रही है.

Vidisha
किसान हुए मालामाल
author img

By

Published : Jun 21, 2020, 6:39 PM IST

विदिशा। जिले में इस बार गेहूं की बंपर पैदावार ने बड़े से लेकर छोटे किसानों को मालामाल कर दिया है. अच्छी पैदावार होने से छोटे किसानों के सालों पुराने कर्ज उतर गए, जिसके चलते जिले के सौ से ज्यादा किसान करोड़पति बन गए. किसानों का कहना है कि कई सालों बाद इस साल फायदे की खेती हुई है. रबी सीजन के शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश के चलते किसानों ने गेहूं का रकबा बढ़ा दिया था, पहली बार विदिशा जिले में तीन लाख 88 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल हुई है. इस बार गेहूं का औसत उत्पादन प्रति बीघा 3 क्विंटल बढ़कर 10 से 12 क्विंटल पहुंच गया है.

मालामल हुए विदिशा के किसान

25 साल में पहली बार जिले में हुई ऐसी फसल

विदिशा कृषि मंडी के सचिव कमल कुमार ने बताया कि इस बार जिले में गेहूं की फसल बहुत अच्छी हुई है. जिले में छोटे किसान हो या बड़े किसान सभी को फायदा पहुंचा है. जिस एक बीघा जमीन से 80 बोरा गेहूं निकल रहा था, आज वहां 150 बोरा निकला है, जिससे किसान खुश है. फसल के अंतिम दौर में बारिश हो जाने से कुछ जगह गेहूं की चमक फीकी पड़ जाने से उन्हें पूरा दाम नहीं मिल पाया, लेकिन फसल उत्पादन बहुत अच्छा हुआ है.

किसानों को मिली राहत

ग्राम धनिया खेड़ी के राकेश चौकसे 25 बीघा में खेती करते हैं. इस बार की फसल देखकर वो हैरान भी हैं और बहुत खुश भी. राकेश के 25 बीघा में हर साल 150 से 180 क्विंटल ही गेहूं उत्पादन होता था, लेकिन इस बार करीब 250 क्विंटल पैदावार हुई है. राकेश का कहना है कि इस बार अच्छी फसल से उन्हें बहुत राहत मिली है और अब आसानी से कर्जा माफ भी हो सकेगा.

पिछले साल की अपेक्षा अधिक पैदावार

किसान राजेन्द्र सिंह ने कहा कि वे मदन खेड़ी गांव में 30 बीघा जमीन पर गेहूं की फसल करते हैं, हर साल की अपेक्षा इस साल भी उनकी खेती में काफी अच्छा इजाफा हुआ है. पिछले साल राजेन्द्र सिंह की जमीन में 200 से 250 क्विंटल गेहूं का उत्पादन हुआ था, इस साल 300 का आंकड़ा क्रॉस कर लिया है. अच्छे उत्पादन से राजेन्द्र सिंह बहुत खुश हैं. राजेन्द्र ने कहा, खेती बाड़ी में किसान पर इतना कर्ज हो जाता है कि वो चाह कर भी मुक्त नहीं हो सकता. वहीं अच्छी खेती से जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा और साहूकार के कर्जे से मुक्ति मिलेगी.

ये भी पढ़े- जल योग का महारथी है ये हवलदार, पानी में योग करने का बना चुका है रिकॉर्ड

धान की भी अच्छी पैदावार

गेहूं के साथ जिले में कई किसान धान की भी खेती करते हैं. धतूरिया गांव के किसान राम प्रकाश शर्मा भी गेहूं को छोड़कर धान की खेती करते हैं और देरी से बोवनी करने के बाद भी इस साल बहुत अच्छी फसल आई है. महज 9 बीघा में खेती करने वाले राम प्रकाश का मानना है, जिस तरह भगवान ने किसानों पर कृपा की है, उसी तरह सरकार भी कृपा कर दें तो किसानों को और भी राहत मिल सकती है. किसान साल भर मेहनत कर जब मंडी में फसल बेचने के लिए आता है तो उसे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

गेहूं बेचकर करोड़पति बने 100 से अधिक किसान

विदिशा जिले में अच्छी उत्पादन से किसानों को ही नहीं बल्कि किसानों से जुड़े पूरे सिस्टम को राहत मिली है. जिला सहकारी बैंक के सीईओ विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि जिले में सात लाख 23 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की गई है. इनमें बड़े रकबे वाले 100 से अधिक किसान शामिल हैं, जिन्होंने करोड़ों रुपए का गेहूं बेचा है. उन्होंने कहा, जिन किसानों का लाखों रुपए तक का गेहूं ही बिक पाता था, इस साल अच्छे उत्पादन से बहुत फर्क पड़ा है, जो किसान कर्जदार थे उनकी भी बैंकों की किस्त समय पर आ रही है.

विदिशा। जिले में इस बार गेहूं की बंपर पैदावार ने बड़े से लेकर छोटे किसानों को मालामाल कर दिया है. अच्छी पैदावार होने से छोटे किसानों के सालों पुराने कर्ज उतर गए, जिसके चलते जिले के सौ से ज्यादा किसान करोड़पति बन गए. किसानों का कहना है कि कई सालों बाद इस साल फायदे की खेती हुई है. रबी सीजन के शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश के चलते किसानों ने गेहूं का रकबा बढ़ा दिया था, पहली बार विदिशा जिले में तीन लाख 88 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल हुई है. इस बार गेहूं का औसत उत्पादन प्रति बीघा 3 क्विंटल बढ़कर 10 से 12 क्विंटल पहुंच गया है.

मालामल हुए विदिशा के किसान

25 साल में पहली बार जिले में हुई ऐसी फसल

विदिशा कृषि मंडी के सचिव कमल कुमार ने बताया कि इस बार जिले में गेहूं की फसल बहुत अच्छी हुई है. जिले में छोटे किसान हो या बड़े किसान सभी को फायदा पहुंचा है. जिस एक बीघा जमीन से 80 बोरा गेहूं निकल रहा था, आज वहां 150 बोरा निकला है, जिससे किसान खुश है. फसल के अंतिम दौर में बारिश हो जाने से कुछ जगह गेहूं की चमक फीकी पड़ जाने से उन्हें पूरा दाम नहीं मिल पाया, लेकिन फसल उत्पादन बहुत अच्छा हुआ है.

किसानों को मिली राहत

ग्राम धनिया खेड़ी के राकेश चौकसे 25 बीघा में खेती करते हैं. इस बार की फसल देखकर वो हैरान भी हैं और बहुत खुश भी. राकेश के 25 बीघा में हर साल 150 से 180 क्विंटल ही गेहूं उत्पादन होता था, लेकिन इस बार करीब 250 क्विंटल पैदावार हुई है. राकेश का कहना है कि इस बार अच्छी फसल से उन्हें बहुत राहत मिली है और अब आसानी से कर्जा माफ भी हो सकेगा.

पिछले साल की अपेक्षा अधिक पैदावार

किसान राजेन्द्र सिंह ने कहा कि वे मदन खेड़ी गांव में 30 बीघा जमीन पर गेहूं की फसल करते हैं, हर साल की अपेक्षा इस साल भी उनकी खेती में काफी अच्छा इजाफा हुआ है. पिछले साल राजेन्द्र सिंह की जमीन में 200 से 250 क्विंटल गेहूं का उत्पादन हुआ था, इस साल 300 का आंकड़ा क्रॉस कर लिया है. अच्छे उत्पादन से राजेन्द्र सिंह बहुत खुश हैं. राजेन्द्र ने कहा, खेती बाड़ी में किसान पर इतना कर्ज हो जाता है कि वो चाह कर भी मुक्त नहीं हो सकता. वहीं अच्छी खेती से जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा और साहूकार के कर्जे से मुक्ति मिलेगी.

ये भी पढ़े- जल योग का महारथी है ये हवलदार, पानी में योग करने का बना चुका है रिकॉर्ड

धान की भी अच्छी पैदावार

गेहूं के साथ जिले में कई किसान धान की भी खेती करते हैं. धतूरिया गांव के किसान राम प्रकाश शर्मा भी गेहूं को छोड़कर धान की खेती करते हैं और देरी से बोवनी करने के बाद भी इस साल बहुत अच्छी फसल आई है. महज 9 बीघा में खेती करने वाले राम प्रकाश का मानना है, जिस तरह भगवान ने किसानों पर कृपा की है, उसी तरह सरकार भी कृपा कर दें तो किसानों को और भी राहत मिल सकती है. किसान साल भर मेहनत कर जब मंडी में फसल बेचने के लिए आता है तो उसे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

गेहूं बेचकर करोड़पति बने 100 से अधिक किसान

विदिशा जिले में अच्छी उत्पादन से किसानों को ही नहीं बल्कि किसानों से जुड़े पूरे सिस्टम को राहत मिली है. जिला सहकारी बैंक के सीईओ विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि जिले में सात लाख 23 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की गई है. इनमें बड़े रकबे वाले 100 से अधिक किसान शामिल हैं, जिन्होंने करोड़ों रुपए का गेहूं बेचा है. उन्होंने कहा, जिन किसानों का लाखों रुपए तक का गेहूं ही बिक पाता था, इस साल अच्छे उत्पादन से बहुत फर्क पड़ा है, जो किसान कर्जदार थे उनकी भी बैंकों की किस्त समय पर आ रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.