विदिशा। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद संशोधन बिल के लोकसभा में पास होने के बाद से ही देशभर के डाक्टरों ने इसके विरोध में मोर्चा खोल दिया है. इसका असर विदिशा जिले में भी देखने को मिला. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर लगातार इस बिल का विरोध कर रहे हैं. लोकसभा में बिल पास होने के बाद अब राज्यसभा में पास होना है.
बिल को कानून बनने से रोकने के मकसद और इससे होने वाले नुकसान को बताने के लिए आईएमए से जुड़े कई निजी और सरकारी डॉक्टरों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. सरकारी और निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने इकट्ठे होकर रैली निकाली. डॉक्टरों ने जिले के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए बिल का विरोध किया.
डॉक्टर सुरेंद्र सोनकर ने बताया, कि पहले भी इस अध्यादेश का सभी डॉक्टर्स विरोध कर चुके हैं. इससे मरीजों को इलाज महंगा होने के साथ ही सही इलाज भी नहीं मिल पाएगा. उन्होंने 24 घंटे की हड़ताल के बारे में भी जानकारी दी.