विदिशा। जिले के मेडिकल कॉलेज से कोरोना वायरस संक्रमितों की डेड बॉडी को ले जाया जा रहा था. तभी रास्ते में चलती गाड़ी से एक डेड बॉडी गाड़ी की डिग्गी की ओर से निकलकर सड़क पर गिर पड़ी. उसी समय वहां मौजूद परिजन और आमजन देखकर चीख पड़े और जमकर हंगामा किया.
आईजी और कमिश्नर ने संभाला मोर्चा
इस पूरी घटना के बाद भोपाल से आईजी और कमिश्नर विदिशा पहुंचे. यहां कमिश्नर ने कोविड केयर सेंटर, मेडिकल कॉलेज के विषय में बातचीत की और किसी प्रकार की लापरवाही न हो, इसको लेकर मीटिंग की फिर भोपाल रवाना हो गए.
खटारा सिस्टम की नाकामी उजागर! सड़क पर दौड़ती एंबुलेंस से गिरा शव
'शव गिरना मानवीय भूल' - कलेक्टर
घटना के बारे में कलेक्टर का कहना है कि शव शांति वाहन में था, शार्प टर्निग के चलते शव वाहन से नीचे गिरा है, उसको लेकर जांच की जा रही है. साथ ही साथ प्रशासन का अमला रोज इस काम में लगा हुआ है. कलेक्टर ने कहा कि इस वाहन में कितने शव थे. इसके लिए जांच के आदेश दिए गए हैं, लेकिन यह बहुत स्पष्ट है कि शव शांति वाहन में ही था.
मृतक के परिजनों के लिए हेल्प डेस्क
कलेक्टर का कहना है कि कोरोना गाइड लाइन के अनुसार प्रशासन अंतिम संस्कार कराती है, श्मशान घाट पर शांति स्थल है. जहां से मृतक के परिजन सीमित संख्या में रहकर अंतिम संस्कार कर सकते हैं. परिजनों को कोई जानकारी का अभाव न रहे, इस क्षण में उनकी मदद कर सकें, इसके लिए एक हेल्प डेस्क भी है. मेडिकल कॉलेज में कई मौतें कोरोना से होती हैं और कई सीधे ही बाहर से रेफर होते हैं, इनकी रिपोर्ट नहीं आती है.