विदिशा। 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर कांग्रेस के विधायक शशांक भार्गव और अन्य पार्टी पदाधिकारियों ने बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पहुंचकर माल्यार्पण किया. वहीं विधायक शशांक भार्गव ने अपने बयान में संविधान दिवस पर भाजपा के कार्यकर्ताओं को गुंडा बताया है.
विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि 25 जून को पीतलमिल स्थित कार्यालय और फैक्ट्री में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से पथराव और तोड़फोड़ के मामले में याचिका विचारार्थ हाईकोर्ट ग्वालियर बैंच में स्वीकार कर ली गई है. विधायक शशांक भार्गव ने बताया कि कार्यालय में हमले के बाद भी विदिशा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की थी. इससे उन्हें न्यायालय की शरण में जाना पड़ा. अब न्यायालय ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए उनकी याचिका विचारार्थ स्वीकार कर ली है.
ये था पूरा मामला
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर कांग्रेस ने शहर में साइकिल रैली निकालकर भाजपा सरकार के खिलाफ में प्रदर्शन किया था. विदिशा विधायक शशांक भार्गव मीडिया में बयान देकर भाजपा के निशाने पर आ गए. कांग्रेस विधायक ने बयान में एक केंद्रीय महिला मंत्री को लेकर टिप्पणी की थी. इस पर तत्कालीन नपाध्यक्ष मुकेश टंडन के आवेदन पर कोतवाली पुलिस ने विधायक भार्गव के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया था. कुछ माह पूर्व विधायक भार्गव के घर और फैक्ट्री में भाजपा के कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की, जिसके बाद हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने भाजपा के नेताओं पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं, जिस पर शशांक भार्गव ने संविधान की जीत बताया है और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन को गुंडा करार दिया है.