विदिशा। रविवार सुबह हुई कम्प्यूटर बाबा के आश्रम पर कार्रवाई को लेकर कांग्रेस अब बीजेपी के खिलाफ लामबंद हो गई है. वहीं उपचुनाव के तुरंत बाद हुई कार्रवाई के कारण सवाल खड़े होने लगे हैं. एक तरफ कांग्रेस इस मामले में जहां सरकार को घेर रही है, वहीं सूबे के मुखिया ने इसे प्रशासन की कार्रवाई बताया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा अपने निजी वेयर हाउस का निरीक्षण करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से बात की. इस दौरान उनसे कंप्यूटर बाबा के आश्रम में हुई कार्रवाई और कांग्रेस के आरोपों पर सवाल किया गया, जिसमें उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं बोला. हालांकि उन्होंने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है, इसमें मुझे कुछ नहीं कहना.
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वहीं 10 नवंबर की मतगणना पर सीएम शिवराज ने बीजेपी के पक्ष में जीत आने का दावा किया. उन्होंने कहा कि आगामी उपचुनाव के परिणाम बीजेपी के पक्ष में आने वाले हैं, परिणाम के बाद जनता दिवाली मनाएगी. जनता के आशीर्वाद से बीजेपी सभी 28 सीटों पर फतह करने जा रही है.
क्या है कम्प्यूटर बाबा मामला
पूर्व राज्य मंत्री और साधु संत समाज के प्रदेश अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर बड़ी कार्रवाई की गई है. कंप्यूटर बाबा के गोम्टगिरी स्थित आश्रम पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जिला प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर की है. बाबा पर 46 एकड़ गौशाला की जमीन पर कब्जे का आरोप है. कार्रवाई का विरोध करने पर पुलिस ने कंप्यूटर बाबा और उनके समर्थकों सहित 7 लोगों को गिरफ्तार कर इंदौर के सेंट्रल जेल भेज दिया है.
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आश्रम से सामान के साथ बंदूक जब्त
कंप्यूटर बाबा ने यहां दो एकड़ शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर आश्रम, शेड और पक्के निर्माण कर लिए थे. यहां एयर कंडीशन कमरे, सोफे और आधुनिक सुख-सुविधा का सामान जुटा रखा था. वहीं कार्रवाई के दौरान कंप्यूटर बाबा के आश्रम से सामान के साथ एक बंदूक भी पुलिस ने जब्त की है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच की बात कह रही है.
क्या बाबा की लोकतंत्र बचाओ यात्रा है वजह ?
कंप्यूटर बाबा बीजेपी के खिलाफ लंबे समय से मोर्चा खोलते रहे हैं, हाल ही में उन्होंने सिंधिया समर्थक विधायकों वाली सीटों पर उन प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार किया था जो विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे, बाबा ने उन सीटों पर लोकतंत्र बचाओ यात्रा के नाम से अभियान चलाकर इनके खिलाफ प्रचार किया था.