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केमिस्ट एसोसिएशन संघ ने सीएम रिलीफ फंड के लिए कलेक्टर को सौंपी राशि - Collector Dr. Pankaj Jain

विदिशा व्यापार महासंघ के साथ केमिस्ट एसोसिएशन संघ ने कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन को एक लाख एक हजार का चेक मुख्यमंत्री रिलीफ फंड के लिए दिया है. जिससे कोरोना महामारी से शहर को सुरक्षित रख सकें.

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केमिस्ट एसोसिएशन संघ ने सीएम रिलीफ फंड के लिए कलेक्टर को सौंपी राशि
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Published : May 9, 2020, 7:10 AM IST

विदिशा। पूरे देश में कोराना महामारी की जंग जारी है. जिसे देखते हुए अपने शहर और गांव को बचाने के लिए अब केमिस्ट एसोसिएशन संघ आगे आया है. विदिशा व्यापार महासंघ के साथ केमिस्ट एसोसिएशन संघ ने कलेक्टर को एक लाख एक हजार का चेक मुख्यमंत्री रिलीफ फंड के लिए दिया है. जिससे कोरोना महामारी से शहर को सुरक्षित रख सकें. पहले भी व्यापार महासंघ पीपीई किट के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसा जमा करा चुका है.

वहीं एसोसिएशन ने कलेक्टर से मांग करते हुए कहा है कि सर्दी, जुखाम इन दिनों नॉर्मल हो रहा है, इसलिए इसकी दवा की जानकारी समय पर मिलती रहे. वहीं जो मरीज सर्दी जुखाम के अस्पतालों में आ रहे हैं उनकी एक एंट्री करने का भी प्रवधान होना चाहिए, जिससे पता चल सके कि शहर में सर्दी जुखाम से कितने लोग पीड़ित हैं.

वहीं उन्होंने कहा है कि दो से तीन दिनों के बाद अगर सर्दी जुखाम नहीं जाता है तो अस्पताल प्रबंधक को उसे गंभीरता से लेकर उसकी अच्छे से जांच करवाए. कोराना लक्षण में भी अधिकतर सर्दी जुखाम ही देखा जा रहा है. सर्दी जुखाम को लोग गंभीरता से नहीं लेते, बाद में जब चेकअप होता है तो लोगों को पता चलता है कि वे कितनी भयंकर बीमारी से ग्रस्त हैं.

विदिशा। पूरे देश में कोराना महामारी की जंग जारी है. जिसे देखते हुए अपने शहर और गांव को बचाने के लिए अब केमिस्ट एसोसिएशन संघ आगे आया है. विदिशा व्यापार महासंघ के साथ केमिस्ट एसोसिएशन संघ ने कलेक्टर को एक लाख एक हजार का चेक मुख्यमंत्री रिलीफ फंड के लिए दिया है. जिससे कोरोना महामारी से शहर को सुरक्षित रख सकें. पहले भी व्यापार महासंघ पीपीई किट के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसा जमा करा चुका है.

वहीं एसोसिएशन ने कलेक्टर से मांग करते हुए कहा है कि सर्दी, जुखाम इन दिनों नॉर्मल हो रहा है, इसलिए इसकी दवा की जानकारी समय पर मिलती रहे. वहीं जो मरीज सर्दी जुखाम के अस्पतालों में आ रहे हैं उनकी एक एंट्री करने का भी प्रवधान होना चाहिए, जिससे पता चल सके कि शहर में सर्दी जुखाम से कितने लोग पीड़ित हैं.

वहीं उन्होंने कहा है कि दो से तीन दिनों के बाद अगर सर्दी जुखाम नहीं जाता है तो अस्पताल प्रबंधक को उसे गंभीरता से लेकर उसकी अच्छे से जांच करवाए. कोराना लक्षण में भी अधिकतर सर्दी जुखाम ही देखा जा रहा है. सर्दी जुखाम को लोग गंभीरता से नहीं लेते, बाद में जब चेकअप होता है तो लोगों को पता चलता है कि वे कितनी भयंकर बीमारी से ग्रस्त हैं.

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