विदिशा। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में किसानों ने सड़क पर प्रदर्शन किया, किसानों का कहना है कि फसल बीमा की राशि उन्हे अब तक नहीं मिली है, सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जहां मंगलवार को मंच से एक क्लिक के जरिये किसानों को बीमा राशि देनी की बात कर रहे थे. तो वहीं दूसरी तरफ विदिशा की सड़कों पर किसानों ने शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना हक मांगने की बात कर रहे थे.
दरअसल बीमा की राशि नहीं मिलने और कहीं बीमा की राशि कम आने के विरोध में अन्नदाता सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया . इतना ही नहीं जिले की तहसील नटेरन में किसानों ने जमकर चक्काजाम कर मजिस्ट्रेट की गाड़ी के आगे लेटकर रोड ब्लाक कर दिया. इसके साथ ही किसानों ने चक्काजाम कर नेशनल हाईवे को भी जाम कर दिया, जहां घंटों तक जिले का संपर्क दूसरे जिलों से नहीं था. इस दौरान किसानों ने सरकार से अपनी गुहार लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों को सही तरह से बीमा की राशि का भुगतान करें.
बता दें कि तहसील सिरोंज में किसान जब तहसील कार्यलय में ज्ञापन देने पहुंचे तो, अधिकारी नदारत मिले, और देर तक इंतजार करने के बाद जब अधिकारी नहीं पहुंचे तो किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया, और देखते ही देखते किसानों का विरोध इतना बढ़ गया कि किसानों ने चककजाम करके शहर के मुख्य मार्गों को रोक दिया. लिहाजा कड़ी मशक्कत के बाद कृषि विभाग के लिखित आश्वासन के बाद धरना को किसानों ने खत्म किया.
वहीं विदिशा में 'सबको साख सबका विकास' किसान कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचीं सूबे की मंत्री मीना सिंह से जब किसान चक्का जाम के हालातों पर सवाल किया गया तो, वह चक्काजाम के सवाल पर पल्ला झाड़ते हुए शिवराज सरकार और मोदी सरकार की तारीफों के पुलिंदे बांधती नजर आईंं.
लिहाजा मध्य प्रदेश में सरकार हितैषी योजनाओं के भले ही लाख दावे वादे किए जा रहे हो. लेकिन सड़कों पर आज भी 'नहीं किसी से भीख मांगते, हम अपना अधिकार मांगते' के नारों के साथ प्रदेश के किसानों की आवाजे गूंज रही है.