विदिशा। अभी तक आपने कतार में अपनी बारी का इंतजार करते हुए इंसानों को खड़े होते देखा होगा, लेकिन शमशाबाद से एक अलग ही तस्वीर सामने आ रही है. जहां रात 12 बजे से किसान जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा शमशाबाद में रतजगा करने को मजबूर हैं. हालांकि थोड़ा सा आराम करने के लिए किसानों ने अपनी-अपनी बैंक पासबुक कतार में लगा दीं. ताकि सुबह होते-होते अपना नंबर आने पर भुगतान ले सकें.
प्रशासन की अनदेखी से किसान परेशान
शमशाबाद से आ रही है तस्वीरें निश्चित ही पूरे जिला प्रशासन के लिए भी नकारे पन का सबसे बड़ा सबूत हैं, जब बारिश के पानी के बीच किसान बैंक के बाहर रात में अपनी पासबुक कतार में लगाकर अपनी उपज के पैसे लेने के लिए परेशान है, तब प्रशासन इंतजाम करने की वजह हाथ पर हाथ रखे बैठा है. वहीं, जब दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं में अपने किसान को परेशान होते नहीं देखना चाहता, लेकिन उनका बेबस किसान यहां के प्रशासन के आगे रतजगा करने को तैयार बैठा है.
गुस्साए किसानों ने लगाया जाम
किसानों एक दिन पहले ही रात में 12 बजे अपनी पासबुक कतार में लगा देते हैं, लेकिन बैंक का प्रबंधन वहां से हटवा देता है. किसानों का कहना है कि उन्होंने 2 मई को बाकायदा पंजीयन कराकर अपनी उपज सोसाइटी को बेची थी, लेकिन उसका पैसा आज तक नहीं मिला. ऐसे में लगभग 400 किसानों ने यहां जाम लगा दिया है. किसानों का कहना है कि बैंक वाले न ही टोकन दे रहे हैं और न ही पेमेंट दे रहे हैं.
बैंक में बंद है टोकन व्यवस्था
इस पूरे मामले में तहसीलदार हर्ष विक्रम सिंह का कहना है कि अभी सूचना मिली है कि किसानों ने बैंक के पास रोड पर वाहन लगाकर जाम लगा दिया है. इसके बाद जब तहसीलदार ने बैंक प्रबंधन से बात की कि इनको टोकन दे दिया जाए तो उनके एमडी ने बताया कि टोकन सिस्टम बंद कर दिया गया है. बैंक के बाहर गोले बनवा दिए गए हैं और कतार में सब को पैसा मिल जाएगा.