विदिशा। जिले में स्वच्छता अभियान की पोल खुलती नजर आ रही है. शहर में हर तरफ कचरे के ढेर अब आम बात हैं. आम लोगों को रास्तों से निकलना मुश्किल होता जा रहा है. वहीं प्रशासन की उदासीनता के चलते स्वच्छता अभियान असफल होता दिख रहा है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक अभियान महज दफ्तरों के फोटो तक सिमट कर रह गया है. इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि विदिशा रेलवे स्टेशन के आसपास कचरे का अम्बार महीनों से अपना ढेरा जमाए हुए है. आलम यह है कि पानी की निकासी के लिए जो नालियां बनाई गई है, वो भी कचरे के कारण पूरी तरह जाम हो गई है.
स्थानीय निवासी बलराम बताते हैं कि नगर पालिका में सफाई के लिए कई बार आवेदन दिया जा चुका है. इसके बाद भी गंदगी की समस्या जस की तस बनी हुई है. वहीं पूजा अहिरवार बताती है कि गंदगी के कारण सड़कों पर निकलना मुश्किल होता जा रहा है. गंदगी के वजह से संक्रमण का खतरा भी बढ़ता जा रहा है.
लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने इन सब से अपनी निगाहें फेर ली है. बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले जिला प्रशासन ने करोड़ों रूपये खर्च कर विदिशा को नम्बर वन बनाने का दावा किया था.