विदिशा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 6714 किसानों ने गलत जानकारी के आधार पर केंद्र सरकार से 3 करोड़ 40 लाख रुपए की राशि हासिल कर ली. जिला प्रशासन ने जब किसानों का भौतिक सत्यापन कराया, तो इसमें यह गड़बड़ी उजागर हुई. लिहाजा अब अपात्र किसानों से वसूली की जा रही है.
2 लाख 11 हजार किसानों ने कराया था अपना पंजीयन
किसानों को आर्थिक रूप से मदद देने के लिए केंद्र सरकार ने 2 साल पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी, जिसके तहत 1 साल के दौरान किसानों की तीन किस्तों में 6 हजार रुपये की राशि दी जानी थी. इस योजना के अंतर्गत लगभग 2 लाख 11 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया था. इसी पंजीयन के आधार पर केंद्र सरकार ने किसानों के बैंक खातों में राशि जमा कराना शुरू कर दिया था.
6 हजार 514 किसान पाए गए अपात्र
वर्तमान में अब तक सरकार किसानों को 6 किस्तों में 12 हजार रुपये की राशि दे चुकी है. हालांकि, अपात्र किसानों द्वारा किसान सम्मान निधि हासिल करने की शिकायतों के बाद केंद्र सरकार ने सभी जिलों के पंजीकृत किसानों का भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे. पिछले 2 माह तक चले सत्यापन में 6 हजार 714 किसान अपात्र पाए गए. इन किसानों ने तीन करोड़ 40 लाख रुपए की सम्मान निधि सरकार से प्राप्त की है. आला अधिकारियों के मुताबिक, इस योजना के तहत अपात्र किसानों के नाम हटा दिए गए हैं, जिनसे अब सम्मान निधि की राशि वसूली जा रही है.
विभागीय जानकारी के अनुसार, सिरोंज तहसील में इस योजना के तहत सबसे अधिक 903 किसान अपात्र पाए गए हैं. इसमें दूसरे नंबर पर विदिशा तहसील शामिल है. यहां पर 879 अपात्र किसान पाए गए हैं. इसके अलावा कुरवाई में 867, नटेरन में 712, गुलाबगंज में 612, शमशाबाद में 545, ग्यारसपुर में 391, गंजबासौदा में 832, कैमरा में 387, पठारी में 291, विदिशा शहरी तहसील में 167 और सबसे कम लटेरी में 120 किसान अपात्र पाए गए हैं.