उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से बुरी खबर आ रही है. मानपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पटेहरा और ग्राम भडारी के बीच तेलियाडांड में स्थित नाले में क्षत-विक्षत अवस्था में बाघ का शव मिला है. बाघ के शरीर से सिर गायब है, बाकि अंग सुरक्षित हैं. शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. वन विभाग की टीम ने बाघ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी है.
पार्क टीम हुई अलर्ट: मानपुर परिक्षेत्र अधिकारी मुकेश अहिरवार ने जानकरी देते हुए बताया कि ''बाघ की मौत की जानकारी मिली है. सूचना पर पार्क टीम के साथ हम घटना स्थल पर पहुंचे. टाइगर की मौत किन परिस्थितियों में हुई है, और कब हुई है फिलहाल साफ नहीं है. हालांकि जानकारी मिलने के बाद से ही पार्क टीम अलर्ट हो गई है. जल्द ही प्राथमिक रूप से मौत के कारण साफ हो सकेंगे. घटनास्थल पर पहुंची पार्क की टीम में डाग स्क्वाड भी शामिल था, जिसने आसपास का निरीक्षण किया.''
आपसी संघर्ष में बाघ की मौत की आशंका: टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक सुधीर मिश्रा ने बताया कि ''जिस क्षेत्र में शव मिला है, वहां 6 से अधिक बाघों का मूवमेंट है. मानपुर बफर परिक्षेत्र कोर से जुड़ा हुआ है. हो सकता है कि आपसी संघर्ष के चलते बाघ की मौत हुई हो. बाघ के सिर की तलाश में अधिकारी जुटे हुए हैं. बाकी अंग सुरक्षित हैं. पूरे क्षेत्र में डॉग स्क्वॉड से सर्चिंग कराई जा रही है.''
मानपुर रेंज में लगातार हो रही बाघों की मौतें: मानपुर रेंज में बाघों की लगातार मौत हो रही है. एक महीने के अंदर मानपुर रेंज में बाघ की यह दूसरी मौत है. जबकि तीन महीने के अंदर यहां चार बाघों की मौत हो चुकी है. पिछले महीने 27 अगस्त 2023 को मानपुर बफर रेंज के बीट पटेहरा एकेपीएफ क्रमांक 641 में नर बाघ का शव पाया गया था. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की लगातार मौतें रहस्य से कम नहीं हैं. वन्य प्रेमी ऐसी घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हैं. भडारी और पटेहरा के करीब मौजूद तेलियाडाड़ पर हुई टाइगर की मौत की जांच वन विभाग की टीम ने शुरू कर दी है. जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा की बाघ की मौत कैसे हुई.