उमरिया। जिले के सरसवाही गांव के बच्चे उफनती नदी को पार कर स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. बच्चों द्वारा जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने की बात जैसे ही कलेक्टर को पता लगी. कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने इसे गंभीरता से लेते हुए गांव में ही कक्षा संचालन करने के निर्देश प्राचार्य को दिए हैं. अब शिक्षक वर्षा काल तक गांव में ही पहुंचकर सामुदायिक भवन में कक्षाएं संचालित करेंगे. (Umaria School in Village) (Umaria Heavy Rain)
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उमरिया। जोखिम में जान..फिर भी #स्कूल चले हम! @CollectorUmaria @ChouhanShivraj @schooledump pic.twitter.com/zPl6eHmgay
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स्कूल पहुंचने के लिए दूसरा रास्ता नहीं: जिला मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर स्थित ग्राम सरसवाही में हायर सेकेंडरी स्कूल है. यहां पर आसपास के इलाके के कई गांव के बच्चे इस स्कूल में पढ़ने जाते हैं. ग्राम पंचायत ददरौडी, कोडार और बरतराई 3 गांव ऐसे हैं जहां पर स्कूल पहुंचने के लिए दूसरा मार्ग नहीं है. इस कारण 3 गांव के सैकड़ों बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर बरुहा नदी को पार कर स्कूल पहुंचते हैं. कई बार तो दुर्घटना होते होते बची है.
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जिम्मेदारों की उदासीनता: घटना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी उमेश धुर्वे को गांव में भेजकर रिपोर्ट ली. उन्होंने बताया कि, स्कूल जाने के लिए वैकल्पिक सुरक्षित मार्ग नहीं है. कम दूरी वाले मार्ग की पुल बीते कई सालों से क्षतिग्रस्त है. जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते इस पुल का निर्माण पूरा नही हो सका है. जिसके बाद कलेक्टर ने गांव में ही स्कूल लगाए जाने की व्यवस्था करा दी है. (Umaria School in Village) (Umaria Heavy Rain)