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Bandhavgarh Tiger Reserve: बांधवगढ़ में एक और बाघ की मौत, कुछ दिन पहले घायल बाघिन ने तोड़ा था दम - उमरिया में बाघ की मौत

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में एक और बाघ की मौत हो गई. शुक्रवार को बाघ मृत पाया गया. बाघ की उम्र 13 साल थी. इससे एक हप्ते पहले एक घायल बाघिन की उपचार के दौरान मौत हो गई थी.

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Published : Jul 22, 2023, 9:42 AM IST

उमरिया। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे बाघों की मौत का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को उद्यान क्षेत्र स्थित मानपुर परिक्षेत्र की देवरी बीट में विभागीय अमले को एक उम्रदराज बाघ का शव मिला. मृत बाघ की आयु करीब 13 वर्ष थी. इसकी मौत स्वाभाविक तरीके से होना बताई गई है. पार्क के उप संचालक लवित भारती के मुताबिक विगत 16 जुलाई को इसी बीट मे एक बाघिन घायल अवस्था मे मिली थी जिसे रेस्क्यू कर ताला लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. विभागीय दल इसी बाघिन के घायल होने के कारणों की जांच में जुटा हुआ था, तभी वहां एक बूढ़े बाघ का शव पाया गया.

बाघ की स्वाभाविक मौत: घटना की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. इस घटना की जांच के लिये एनटीसीए की गाइडलाइन अनुसार इलाके की घेराबंदी कर चारों ओर मेटल डिटेक्टर एवं डॉग स्क्वायड टीम के माध्यम से सर्चिंग कराई गई. पोस्टमार्टम उपरांत बाघ का शवदाह कराया गया. उसके समस्त अवयव (दांत, नाखून) आदि सुरक्षित पाये गये हैं. प्रकरण में पीओआर पंजीवद्ध कर विवचेना की जा रही है. प्रारंभिक तौर पर बाघ की मौत स्वाभाविक तरीके से होना माना जा रहा है.

Bandhavgarh Tiger Reserve
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व

बीते सप्ताह इसी क्षेत्र में मिला था बाघिन का शव: डब्लू सी सी बी के अलर्ट के बाद पांच दिन पहले 16 जुलाई 2023 को हुई बाघिन की मौत का रहस्य गहरा गया है. दरअसल पांच दिन पहले घायल अवस्था में मिली बाघिन को काफी उपचार के बाद भी नहीं बचाया जा सका था. बाघिन की पीठ पर चोट थी जिसे मौत की वजह बताया जा रहा है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि बाघिन को यह चोट कैसे लगी थी. यही कारण है कि डब्लू सी सी बी के अलर्ट के बाद बाघिन की मौत का रहस्य और भी गहरा गया है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बाघिन की मौत किसी दूसरे बाघ से फाइटिंग में हुई थी, शिकार के दौरान चोट लगने से हुई थी अथवा शिकार के कारण हुई है.

बांधवगढ़ एसडीओ सुधीर मिश्रा का कहना है कि मानसून के दौरान जंगलों में सुरक्षा बढ़ाई जाती है. वाइल्ड क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के निर्देशों का पालन किया जाता है और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है. वर्तमान में बांधवगढ़ में सुरक्षा श्रमिक और वन अधिकारी गश्त कर रहे हैं.

Also Read

वर्ष 2023 में बांधवगढ़ में बाघाें की मौत

  1. 4 फरवरी 2023 को घुनघुटी रेंज में मुड़ना नदी के किनारे बाघ का शव मिला
  2. 2 मार्च 2023 को खितौली रेंज के डोभा बीट में मादा बाघ शावक का शव मिला
  3. 3 अप्रैल2023 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर के बिरुहली में डेढ़ से तीन महीने के शावक की मौत हुई
  4. 8 मई2023 को पनपथा बफर के ग्राम करौंदिया में 10 वर्षीय बाघ का शव मिला
  5. 18 मई 2023 को बांधवगढ़ के झोरझोरा में मादा बाघ शावक का शव मिला
  6. 16 जुलाई 23 मानपुर रेंज के देवरी बीट में ग्राम मढ़उ के पास घायल बाघिन मिली जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई
  7. 21 जुलाई 2023 बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर परिक्षेत्र अंतर्गत बीट देवरी में बाघ का शव मिला

उमरिया। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे बाघों की मौत का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को उद्यान क्षेत्र स्थित मानपुर परिक्षेत्र की देवरी बीट में विभागीय अमले को एक उम्रदराज बाघ का शव मिला. मृत बाघ की आयु करीब 13 वर्ष थी. इसकी मौत स्वाभाविक तरीके से होना बताई गई है. पार्क के उप संचालक लवित भारती के मुताबिक विगत 16 जुलाई को इसी बीट मे एक बाघिन घायल अवस्था मे मिली थी जिसे रेस्क्यू कर ताला लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. विभागीय दल इसी बाघिन के घायल होने के कारणों की जांच में जुटा हुआ था, तभी वहां एक बूढ़े बाघ का शव पाया गया.

बाघ की स्वाभाविक मौत: घटना की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. इस घटना की जांच के लिये एनटीसीए की गाइडलाइन अनुसार इलाके की घेराबंदी कर चारों ओर मेटल डिटेक्टर एवं डॉग स्क्वायड टीम के माध्यम से सर्चिंग कराई गई. पोस्टमार्टम उपरांत बाघ का शवदाह कराया गया. उसके समस्त अवयव (दांत, नाखून) आदि सुरक्षित पाये गये हैं. प्रकरण में पीओआर पंजीवद्ध कर विवचेना की जा रही है. प्रारंभिक तौर पर बाघ की मौत स्वाभाविक तरीके से होना माना जा रहा है.

Bandhavgarh Tiger Reserve
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व

बीते सप्ताह इसी क्षेत्र में मिला था बाघिन का शव: डब्लू सी सी बी के अलर्ट के बाद पांच दिन पहले 16 जुलाई 2023 को हुई बाघिन की मौत का रहस्य गहरा गया है. दरअसल पांच दिन पहले घायल अवस्था में मिली बाघिन को काफी उपचार के बाद भी नहीं बचाया जा सका था. बाघिन की पीठ पर चोट थी जिसे मौत की वजह बताया जा रहा है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि बाघिन को यह चोट कैसे लगी थी. यही कारण है कि डब्लू सी सी बी के अलर्ट के बाद बाघिन की मौत का रहस्य और भी गहरा गया है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बाघिन की मौत किसी दूसरे बाघ से फाइटिंग में हुई थी, शिकार के दौरान चोट लगने से हुई थी अथवा शिकार के कारण हुई है.

बांधवगढ़ एसडीओ सुधीर मिश्रा का कहना है कि मानसून के दौरान जंगलों में सुरक्षा बढ़ाई जाती है. वाइल्ड क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के निर्देशों का पालन किया जाता है और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है. वर्तमान में बांधवगढ़ में सुरक्षा श्रमिक और वन अधिकारी गश्त कर रहे हैं.

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वर्ष 2023 में बांधवगढ़ में बाघाें की मौत

  1. 4 फरवरी 2023 को घुनघुटी रेंज में मुड़ना नदी के किनारे बाघ का शव मिला
  2. 2 मार्च 2023 को खितौली रेंज के डोभा बीट में मादा बाघ शावक का शव मिला
  3. 3 अप्रैल2023 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर के बिरुहली में डेढ़ से तीन महीने के शावक की मौत हुई
  4. 8 मई2023 को पनपथा बफर के ग्राम करौंदिया में 10 वर्षीय बाघ का शव मिला
  5. 18 मई 2023 को बांधवगढ़ के झोरझोरा में मादा बाघ शावक का शव मिला
  6. 16 जुलाई 23 मानपुर रेंज के देवरी बीट में ग्राम मढ़उ के पास घायल बाघिन मिली जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई
  7. 21 जुलाई 2023 बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर परिक्षेत्र अंतर्गत बीट देवरी में बाघ का शव मिला
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