उमरिया। 2018 की गणना के बाद मध्य प्रदेश 526 बाघों के साथ टाइगर स्टेट के रूप में पहचान बना चुका है. इस बार भी एमपी की कड़ी टक्कर कर्नाटक से हो सकती है, क्योंकि कर्नाटक में 524 बाघ मिले थे. मध्य प्रदेश के जंगल में लगभग 700 वयस्क बाघ होने की संभावना है. अकेले बांधवगढ़ में 150 से ज्यादा बाघ होने की संभावना है. कान्हा में बाघों की संख्या 120 के पार बताई जा रही है. 2018 की गणना के दौरान जो 60 से ज्यादा शावक एक साल से कम के थे, वे भी 2022 की गणना का हिस्सा बने हैं. यही वजह है कि मध्य प्रदेश के टाइगर स्टेट का दर्जा कायम रहने की संभावना प्रबल नजर आ रही है.
बांधवगढ़ में बढ़ा व्यवसाय: टाइगर प्रोजेक्ट के तहत कई फायदे होते हैं, 15 सौ वर्ग किमी में घने जंगल सुरक्षित रहे, बाघ बढ़ें, ईको सिस्टम बेहतर हुआ, दूसरे जानवर भी संरक्षित हुए, टाइगर रिजर्व से सालाना करोड़ का व्यवसाय होता है. प्रदेश के 1 लाख से ऊपर लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष टाइगर टूरिज्म से जुड़े हैं. बांधवगढ़ एक रोमांचक अनुभव के लिए बांधवगढ़ के आसपास ठहरने का आनंद लें सकते हैं. राष्ट्रीय उद्यान का आनंद लेने के लिए पर्यटक यहां के लग्जरी रिजॉर्ट में ठहर सकते हैं. लग्जरी रिजॉर्ट के अलावा भी यहां आपके बजट में भी कई होटल हैं, जहां से आप वाइल्डलाइफ क्षेत्र का पूरी तरह से मजा ले सकते हैं.
बांधवगढ़ मार्केट में खरीदारी: बांधवगढ़ न केवल अपने वन्यजीव अभ्यारण्य तक सीमित है, बल्कि यहां शॉपिंग मार्केट भी मौजूद हैं. पार्क के बाहर कई दुकानें हैं जहां से आप छोटी चीजें खरीद सकते हैं. आपको यहां बाघों की तस्वीरें भी मिल जाएंगी जो पार्क के अंदर फोटोग्राफी द्वारा ली जाती है. स्मृति चिन्ह और किताबें खरीदने के लिए संग्रहालय के पीछे स्थित दुकान एक बढ़िया विकल्प है. बांधवगढ़ में खरीदारी भी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है.