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श्रमदान से कथली नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की कवायद, बिजली नहीं होने से मानपुर के किसान परेशान - कथली नदी

उमरिया जिले की आपको दो खबरें बता रहे हैं. पहली खबर मानपुर क्षेत्र से है, जहां बिजली की आंख मिचौली से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है. वहीं दूसरी खबर में कथली नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर परिषद चंदिया के संयोजन में नगर वासियों ने श्रमदान किया. पढ़िए पूरी खबर...

Farmers upset over power cuts in Manpur
मानपुर में पॉवर कट से परेशान किसान
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Published : Sep 10, 2020, 12:22 AM IST

उमरिया। मानपुर क्षेत्र में बिजली की आंख मिचौली से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है. मानपुर क्षेत्र के लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है. इस क्षेत्र के लोग जीवन यापन के लिए खेती पर आश्रित हैं. इसके बाद भी यहां कोई जीवन यापन के लिए कोई दूसर साधन नहीं है. ग्रामीणों के मुताबिक मानपुर में दो-दो दिन तक बिजली नहीं आती है. जिससे किसानों के पानी पंप नहीं चल पा रहे हैं और खेतों में लगी फसल बिना पानी की सूख रही है.

कथली नदी में श्रमदान

कथली नदी चंदिया नगरवासियों के लिए जीवनदायिनी ही नहीं है, बल्कि आस्था का भी प्रतीक है. ऐसी मान्यता है कि कथली नदी में स्नान करने से लोगों को कई बीमारियों से निजात मिल जाता है. इसी मान्यता के कारण आज भी यहां सैकड़ों लोग यहां आते हैं, लेकिन कथली नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर परिषद चंदिया के संयोजन में नगर वासियों ने श्रमदान कर शिवघाट से विलायत घाट तक साफ सफाई करने का निर्णय लिया है.

इस दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने बताया कि श्रमदान का काम 15 दिनों तक संचालित किया जाएगा. चंदियावासियों द्वारा कथली नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए किए जा रहे श्रमदान की समाजसेवियों तथा नागरिकों द्वारा सराहना की जा रही है.

उमरिया। मानपुर क्षेत्र में बिजली की आंख मिचौली से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है. मानपुर क्षेत्र के लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है. इस क्षेत्र के लोग जीवन यापन के लिए खेती पर आश्रित हैं. इसके बाद भी यहां कोई जीवन यापन के लिए कोई दूसर साधन नहीं है. ग्रामीणों के मुताबिक मानपुर में दो-दो दिन तक बिजली नहीं आती है. जिससे किसानों के पानी पंप नहीं चल पा रहे हैं और खेतों में लगी फसल बिना पानी की सूख रही है.

कथली नदी में श्रमदान

कथली नदी चंदिया नगरवासियों के लिए जीवनदायिनी ही नहीं है, बल्कि आस्था का भी प्रतीक है. ऐसी मान्यता है कि कथली नदी में स्नान करने से लोगों को कई बीमारियों से निजात मिल जाता है. इसी मान्यता के कारण आज भी यहां सैकड़ों लोग यहां आते हैं, लेकिन कथली नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर परिषद चंदिया के संयोजन में नगर वासियों ने श्रमदान कर शिवघाट से विलायत घाट तक साफ सफाई करने का निर्णय लिया है.

इस दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने बताया कि श्रमदान का काम 15 दिनों तक संचालित किया जाएगा. चंदियावासियों द्वारा कथली नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए किए जा रहे श्रमदान की समाजसेवियों तथा नागरिकों द्वारा सराहना की जा रही है.

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