उमरिया। कोविड-19 के चलते शासन ने सार्वजनिक स्थलों में सभी धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा रखी है. इसके बाद भी में कोविड-19 के सभी नियमों को ठेंगा दिखाते हुए मोहर्रम के अवसर पर जुलूस निकाला गया. जिस पर आपत्ति दर्ज करते हुए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने उमरिया कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देते हुए कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने मामले में इमामबाड़ा कमेटी पर एफआईआर दर्ज कर ली है.
दरअसल इन दिनों उमरिया इमामबाड़ा का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा रहा है कि कोरोना की गाइडलाइन को ताक पर रखकर जुलूस निकाला जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. शासन के नियमों के मुताबिक कोरोना काल में कोई भी धार्मिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकता है. इसके बाद भी शहर में जुलूस का आयोजन कर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई. हालांकि आयोजन कमेटी का कहना है कि ऐसा कोई भी आयोजन नहीं हुआ है.
रात के अंधेरे में हुए इस कार्यक्रम का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरस हुआ, तो विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति दर्ज कराई. उन्होंने उमरिया कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई है. कार्यक्रम की शिकायत के बाद उमरिया पुलिस आयोजन कमेटी के ऊपर एफआईआर करते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया है. साथ ही आगे ऐसी कोई स्थिति बनती दिखी, तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं.