उमरिया। टीआई संतोष कुमार के गायब होने के मामले में एडिशनल एसपी प्रतिपाल सिंह का कहना है कि ट्रेनिंग के बाद उन्हें उन्हें वापस उमरिया अपनी ड्यूटी पर लौटना चाहिए था, लेकिन न तो उनके द्वारा कोई सूचना दी गई और न ही वो वापस लौटे. दूसरी तरफ मोबाइल से संपर्क न होने से टीआई के परिजन भी परेशान हैं. मामला संदेहास्पद होने व परिजनों की सूचना पर कोतवाली थाना में पुलिस ने टीआई की गुमशुदुगी दर्ज की है.
पुलिस तलाश में जुटी : टीआई संतोष कुमार भोपाल की अरेरा कॉलोनी में एक ट्रेनिंग के लिए गए थे. 20 से 21 मार्च के बीच ट्रेनिंग हुई थी. 23 मार्च से इंस्पेक्टर का मोबाइल बंद आ रहा है. इंस्पेक्टर संतोष कुमार के बारे में उमरिया और भोपाल पुलिस लगातार उनकी तलाश में लगी है लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पा रहा है. उमरिया पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा ने बताया कि निरीक्षक संतोष कुमार भोपाल ट्रेनिंग पर गए थे, तब से वह वापस नहीं आए हैं, अपने घर भी नहीं पहुंचे. उनकी जानकारी जुटाई जा रही है. भोपाल पुलिस के साथ मिलकर उमरिया पुलिस टीआई की सरगर्मी से तलाश में जुटी हुई है.
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फर्जी आईपीएस बनकर दिखाया रौब : उमरिया पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया है. यह फर्जी आईपीएस उत्तर प्रदेश के आहार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सीकोई जिला बुलंदशहर का है. उसने उमरिया के करौंदी गांव की एक आदिवासी युवती को फेसबुक के माध्यम से अपने प्यार के जाल में फसाया और गांव पहुंचा. गांव वालों को उसने बताया कि मैं इंदौर में पोस्टेड हूं और जल्द ही मेरा ट्रांसफर उमरिया में होने वाला है. आपका घर कच्चा है तो उसे मैं पक्का बनवा देता हूं. उसने व्यापारियों को 15 लाख में गिट्टी सीमेंट लोहे की रॉड एवं बोर करा कर चेक से पेमेंट कर दिया. जबकि इस फर्जी एसपी का अकाउंट खाली था.