उमरिया (Agency-PTI). मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (BTR) में मंगलवार को एक बाघ शावक मृत पाया गया. वन परिक्षेत्र अधिकारी एसएस श्रीवास्तव ने बताया कि तीन से चार महीने के शावक का शव BTR के पानीपथा बफर क्षेत्र में जुट्टा तालाब के पास सुबह मिला. उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और इलाके का निरीक्षण किया. एसएस श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि शावक की मौत किसी अन्य बड़ी बिल्ली यानि बाघ के साथ क्षेत्रीय लड़ाई के कारण हुई है. गश्ती दल बीटीआर क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं जहां बाघ शावक अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घूमते हैं.
वयस्क बाघ के मिले पगमार्क: कहा जा रहा है कि जुट्टा तालाब के पास एक बाघिव अपने 3 महीने के शावक के साथ पानी पीने के लिए आते हुए दिख जाती थी. हाल ही में उसके साथ 4 शावक भी दिखे थे. अनुमान लगाया जा रहा है कि पानी पीने के दौरान बाघ पर किसी अन्य बाघ ने हमला कर दिया होगा. जहां पर टाइगर कब का शव मिला है वहां पर वयस्क बाघ के पगमार्क भी मिले हैं. हालांकि पुख्ता तौर पर कहना मुश्किल है. फिलहाल डॉग स्कावड के जरिए इलाके की सर्चिंग हो रही है. बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंघन बाघिन और उसके बाकी के शावकों की जानकारी लेने की कोशिश कर रहा है.
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एमपी में बाघों की मौत चिंता का सबब: मध्य प्रदेश में साल 2022 में बाघों की मौत की बात करें तो कम से कम 34 बाघ टाइगर स्टेट ने खो दिए. अकेले साल 2023 के जनवरी से लेकर अब तक प्रदेश में महज 3 माह में ही 10 बाघों की मौत गई. वहीं बात करें 2022 से लेकर अब तक की तो 40 बाघों की मौत अकेले एमपी के अलग अलग जंगलों में हुई है. बाघों की संख्या पर गौर करें तो प्रदेश के 6 टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा 220 टाइगर बांधवगढ़ में हैं, साल 2018 में हुई गणना में 526 बाघ एमपी के सभी रिजर्व्स में गुलजार हैं. मगर अब इनकी संख्या 700 के पास होने का अनुमान है, क्योंकि 2018 के बाद आधिकारिक गणना अभी नहीं हुई है.
Note: एजेंसी इनपुट के साथ कुछ जानकारी और जोड़ी गई है जो पब्लिक डोमेन में मौजूद है.