उमरिया। पाली वनपरिक्षेत्र में इन दिनों शिकारियों के हौसले वनविभाग के आला अधिकारियों के सुस्त रवैये के कारण बुलंद हैं. क्षेत्र में एक के बाद एक हो रहे शिकार से वनविभाग का गैर जिम्मेदाराना रवैया आमजनों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. पाली वन परिक्षेत्र अंतर्गत बन्नौदा बीट के ग्राम सरवाही कला में जंगली सुअर और जंगली बिल्ली का शिकार बीते दिनों नौ नवंबर को करंट लगा कर किया गया था. गुरुवार को वन विभाग ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
इनकी हुई गिरफ्तारी
मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर सरवाही कला गांव के रहने वाले नारायण सिंह, संतराम सिंह, सुखसेन सिंह, शंकर सिंह को इस मामले में गिरफ्तार किया है. रेंजर सचिन सिंह ने बताया गया की पकड़े गए आरोपियों ने 11 केवी विद्युत लाईन में कटिया फंसाकर जंगली बिल्ली और सुअर को शिकार किया था.
आरोपियों से हुई जब्ती
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से जंगली सुअर के बाल और हड्डी, जंगली बिल्ली का शव सहित शिकार में उपयोग में लाए गए. जीआई तार, कुल्हाड़ी और खूटी जब्त की गई है. चारों आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के तहत मामला पंजीबद्ध कर सभी को न्यायालय प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया है.
तेंदुए का भी करंट लगा कर किया गया था शिकार
7 नवंबर को बरबसपुर बीट में एक तेंदुए का शिकार करंट लगा कर किया गया था, जिसके शिकारियों तक अब तक पाली वन विभाग पहुंचना तो दूर कोई भी सुराग नहीं ढूंढ पाई है. वहीं तेंदुए के शिकार के दो दिन बाद ही जंगली सुअर और जंगली बिल्ली का भी शिकार उसी क्षेत्र के पास किया गया, जिसकी सूचना किसी ग्रमीण ने दी थी, जिससे वन विभाग ने जंगली सुअर और जंगली बिल्ली के इन शिकारियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है.