उमरिया। जिले के तमन्नारा गांव में विगत महीने अवैध अतिक्रमण पर प्रशासनिक अमले ने कार्रवाई करते हुए मकान को जमींदोज कर दिया था. प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में हजारों आदिवासी गोंड़वाना गणतंत्र पार्टी के नेतृत्व में सड़कों में उतर आए और प्रदर्शन कार्यक्रम रखा. इस दौरान लोगों ने कोरोना संक्रमण के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई.
उमरिया जिले से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तमन्नारा गांव में पिछले महीने आदिवासी युवक चैन सिंह मार्कों के द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध अतिक्रमण को प्रशासन ने जमींदोज कर दिया था. जिसके विरोध में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने बिना किसी अनुमति के विशाल प्रदर्शन कार्यक्रम रख दिया, जिसमें मामला तब गंभीर हो गया जब उसी गांव के आदिवासियों ने काफी संख्या में पहुंचकर आदिवासी युवक चैन सिंह के समर्थन के लिए किए जा रहे प्रदर्शन का विरोध शुरू कर दिया.
अनुविभागीय अधिकारी केके पांडेय ने हालात को गंभीर होता देख इस मामले में एक पक्ष को समझाते हुए वापस लौटाया है. जिसके बाद स्थितियां कुछ सामान्य हुई. इस मामले में तहसीलदार दिलीप सिंह ने बताया कि तामन्नारा ग्राम में आरआई पटवारी कार्यालय और सुलभ शौचालय के लिए प्रशासन स्तर पर भूमि चयन की गई है. उक्त भूमि पर अभी हाल में स्थानीय चैन सिंह ने अवैध अतिक्रमण किया था, जिस पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी.
कोरोना काल में बिना प्रशासनिक अनुमति के जिस तरह भारी भीड़ इकट्ठा कर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई गई, वो चिंतनीय है, जबकि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने भी एक आदेश जारी कर कहा है कि राजनीतिक कार्यक्रमों में 100 से ज्यादा लोग इकट्ठा ना हो.