उमरिया। कोतवाली थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी के साथ लूट का मामला सामने आया है. ग्राम धनवाही निवासी एक युवक ने कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराई है कि अज्ञात आरोपी द्वारा मोबाइल से फरियादी को लोन का लालच देकर पैसा जमा करा लिया गया है. शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला कायम कर लिया है. मामले की विवेचना की जा रही है.
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक अंकुश कुमार त्रिपाठी (22 वर्ष) निवासी ग्राम धनवाही को एक कॉल आया और खुद को ग्रोवेल फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड का प्रतिनिधि बताया और अपना कार्यालय मुंबई में बताया. जानकारी के मुताबिक अंकुश त्रिपाठी ने मुंबई मे रहने वाले अपने दोस्त से बताए गए पते पर जाकर ऑफिस देखने को भी कहा.
दोस्त से ऑफिस होने की जानकारी मिलने के बाद अंकुश ने प्रोसेसिनिंग फीस के नाम पर तुरंत कंपनी के खाते में 40,340 रुपए जमा कर दिए और लोन की राशि अपने खाते में आने का इंतजार करने लगा. लेकिन कंपनी के खाते में पैसे जमा करते ही जिस फोन नंबर पर बात हो रही थी वह बंद हो गया.
असल में ग्रोवेल फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की कोई कंपनी ही अस्तित्व में नहीं है. मुंबई स्थित ग्रोवेल फाइनेंस एंड मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पते और कागजात से छेड़छाड़ कर नोएडा में ऑफिस खोलकर बैठे ठग ये काम कर रहे थे.
हाल ही में नोएडा पुलिस ने ग्रोवेल फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम तैयार किए हुए कूटरचित दस्तावेज के साथ गाजियाबाद निवासी डेविड कुमार पिता प्रभुदयाल चौधरी और उसके ऑफिस मे काम करने वाली नेहा भट्ट और मनीषा भट्ट की गिरफ्तारी की गई है और ऑफिस के सामान भी जब्त किए गए हैं. फिलहाल कोतवाली पुलिस ने ग्रोवेल फायनेंस प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के मोबाइल नंबर के धारक के खिलाफ मामला कायम कर जांच शुरू कर दी है.