उमरिया। दुनियाभर में बाघों के लिए मशहूर उमरिया जिले के टाईगर रिजर्व बांधवगढ में ग्रामीणों और वनकर्मियों के बीच झड़प के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वन क्षेत्र से सटे ददरौडी गांव के रहने वाले बलबीर नामक युवक के मवेशी चारा चरते-चरते पार्क की सीमा लांघ गये, जिसकी वजह से वन कर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी.
टाइगर रिजर्व बांधवगढ़ में वन कर्मियों ने की चरवाहे की पिटाई, ग्रामीणों ने किया हंगामा
उमरिया टाइगर रिजर्व बांधवगढ में ग्रामीणों और वनकर्मियों के बीच झड़प का एक और मामला सामने आया है. वन कर्मियों द्वारा एक चरवाहे की जमकर पिटाई की गई, जिससे नाराज ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया.
टाइगर रिजर्व बांधवगढ़ में वन कर्मियों ने की चरवाहे की पिटाई
उमरिया। दुनियाभर में बाघों के लिए मशहूर उमरिया जिले के टाईगर रिजर्व बांधवगढ में ग्रामीणों और वनकर्मियों के बीच झड़प के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वन क्षेत्र से सटे ददरौडी गांव के रहने वाले बलबीर नामक युवक के मवेशी चारा चरते-चरते पार्क की सीमा लांघ गये, जिसकी वजह से वन कर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी.
Intro:Body:दुनिया भर में बाघो के लिए मशहूर उमरिया जिले के टाईगर रिजर्व बांधवगढ में ग्रामीणों और वनकर्मियों के बीच झड़प के मामलों में इजाफा,क्षेत्र वर्चस्व को लेकर होते है विवाद,प्रबंधन जुटा आपसी संवाद से हल निकालने के प्रयास में ।
सिर में लगी गंभीर चोट से आहत बलवीर यादव की ये हालत बांधवगढ के वनकर्मियों की पिटाई से हुई है,पार्क के सघन वन क्षेत्र से सटे ददरौडी गांव के रहने वाले बलबीर की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसके मवेशी चारे की आस में पार्क की सीमा लांघ गये जिससे जंगल के रखवालो का गुस्सा सातवें आसमान पर पँहुच गया लिहाजा बलबीर की जमकर धुनाई हुई फिर क्या था मौका ग्रामीणों के हाथ भी लग गया और ग्रामीणों ने भी वनकर्मियों की जमकर खबर ली मसलन मामला अस्पताल और पुलिस तक पँहुच गया ।
BYTE:01-बलबीर यादव पीड़ित
BYYE:02-विंसेंट रहीम डायरेक्टर बांधवगढ
वनकर्मियों और ग्रामीणों के बीच विवाद का यह कोई पहला मामला नही है बल्कि आये दिन इस तरह की घटनाएं होती है वजह भी साफ है टाईगर रिजर्व बनने से ग्रामीणों में बंदिस की घुटन है तो वनकर्मियों को वन्य जीवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ऐसे में प्रबंधन ग्रामीणों से संवाद करके इसका निदान करना चाहता है लेकिन बात बिगड़ ही जाती है ।
BYYE:03-विंसेंट रहीम डायरेक्टर बांधवगढ
BYTE:04-रेखा सिंह एडिशनल एसपी
बहरहाल बांधवगढ टाईगर रिजर्व के कोर और बफर जोन में दर्जनों ऐसे गांव है जिनकी पूरी दिनचर्या जंगल से जुड़ी हुई है यही वजह है कि कभी वन्यजीवों की वजह से ग्रामीण और वनकर्मी भिड़ जाते है तो कभी संरक्षित क्षेत्र की बंदिस विवाद की वजह बन जाती है आवश्यकता इस विवाद के स्थाई समाधान की है जिससे बाघ के साथ साथ पारम्परिक रूप से जंगल मे रह रहे ग्रामीण भी सुरक्षित रह सके।। Conclusion:
सिर में लगी गंभीर चोट से आहत बलवीर यादव की ये हालत बांधवगढ के वनकर्मियों की पिटाई से हुई है,पार्क के सघन वन क्षेत्र से सटे ददरौडी गांव के रहने वाले बलबीर की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसके मवेशी चारे की आस में पार्क की सीमा लांघ गये जिससे जंगल के रखवालो का गुस्सा सातवें आसमान पर पँहुच गया लिहाजा बलबीर की जमकर धुनाई हुई फिर क्या था मौका ग्रामीणों के हाथ भी लग गया और ग्रामीणों ने भी वनकर्मियों की जमकर खबर ली मसलन मामला अस्पताल और पुलिस तक पँहुच गया ।
BYTE:01-बलबीर यादव पीड़ित
BYYE:02-विंसेंट रहीम डायरेक्टर बांधवगढ
वनकर्मियों और ग्रामीणों के बीच विवाद का यह कोई पहला मामला नही है बल्कि आये दिन इस तरह की घटनाएं होती है वजह भी साफ है टाईगर रिजर्व बनने से ग्रामीणों में बंदिस की घुटन है तो वनकर्मियों को वन्य जीवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ऐसे में प्रबंधन ग्रामीणों से संवाद करके इसका निदान करना चाहता है लेकिन बात बिगड़ ही जाती है ।
BYYE:03-विंसेंट रहीम डायरेक्टर बांधवगढ
BYTE:04-रेखा सिंह एडिशनल एसपी
बहरहाल बांधवगढ टाईगर रिजर्व के कोर और बफर जोन में दर्जनों ऐसे गांव है जिनकी पूरी दिनचर्या जंगल से जुड़ी हुई है यही वजह है कि कभी वन्यजीवों की वजह से ग्रामीण और वनकर्मी भिड़ जाते है तो कभी संरक्षित क्षेत्र की बंदिस विवाद की वजह बन जाती है आवश्यकता इस विवाद के स्थाई समाधान की है जिससे बाघ के साथ साथ पारम्परिक रूप से जंगल मे रह रहे ग्रामीण भी सुरक्षित रह सके।। Conclusion: