उमारिया। जिले में कोरोना वायरस से सतर्कता को लेकर शासन और प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए जाने की बात तो कही जा रही है, लेकिन इस सतर्कता की अब पोल भी खुलने लगी है.
ये मामला उमरिया जिले के पाली ब्लॉक का है जहां ग्राम कुशमहा खुर्द में बीते दिन करीब 28 ग्रामीण मजदूर बाहर से काम कर वापस गांव लौटे हैं, जिनकी जांच के बाद उन्हें क्वॉरेंटाइन करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिये गए थे, लेकिन ग्राम पंचायत के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और दूसरे अधिकारीगणों के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए जिससे सभी अपने घरों में रह रहे हैं.
उनमें से कई ऐसे लोग हैं जो बाहर घूमते नजर आ रहे हैं, जिसको लेकर गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. इस संबंध में गांव के सरपंच दिनेश सिंह का कहना है की गांव में शासकीय भवन के अभाव के कारण यह समस्या बनी हुई है जबकि गांव में पर्याप्त सरकारी भवन उपलब्ध हैं.
इस मामले में बीएमओ व्हीके जैन का कहना था की पुलिस प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है और इस संबंध में जिले के पुलिस कप्तान सचिन शर्मा ने कहा की ऐसे लोगों पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.