उमरिया। 13 वर्षीय नाबालिग के साथ दरिंदगी करने के मामले में एनएचआरसी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का नोटिस जारी किया है. आयोग ने 4 सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इस रिपोर्ट में शेष आरोपी की गिरफ्तारी, पीड़ित को दी गई परामर्श के साथ-साथ राहत और पुनर्वास प्रदान करने का प्रस्ताव शामिल होना चाहिए.
आयोग का कहना है कि यह पीड़ित के मानवाधिकारों के उल्लंघन का मामला है. यह स्पष्ट है कि कानून लागू करने वाली एजेंसियां अपने वैध कर्तव्य का पालन करने में विफल रही हैं.
समाज को कलंकित करने वाली इस घटना में लगातार नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी दो दिनों तक पीड़िता को यहां से वहां घुमाते रहे. इस दौरान उसका कई बार दैहिक शोषण भी किया गया. इतना ही नहीं ये दोनों उसके जरिए कीमत भी वसूलते रहे. आरोपियों के चुंगुल से किसी तरह छूटने के बाद नाबालिग अपने संबंधियों के घर पहुंची, तब जाकर परिजनों को उसके साथ हुई घटना की जानकारी मिल सकी.
इनके ऊपर दर्ज हैं मामले
पुलिस ने राहुल कुशवाहा, आकाश सिंह, मानू केवट, ओमकार राय, पारस सोनी, रजनीश चौधरी, रोहित यादव, इतेन्द्र सिंह सहित 9 आरोपियों के विरूद्ध कई धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है.
ट्रक ड्राइवर ने भी नहीं बक्शा
दरअसल, नाबालिग 11 जनवरी को किसी काम से बाजार गई हुई थी. उसी दौरान कुछ बदमाश उसे बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए. उन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद वे नाबालिग को एनएच-43 किनारे बने एक ढाबे में ले गए. 11 जनवरी की रात उसे यहीं पर बंधक बनाकर रखा.
ढाबे में भी दरिंदगी
ढाबे में लाने के बाद दोनों आरोपियों के अलावा ढाबा संचालक और उसके साथियों ने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया. आरोपी किशोरी को एक जंगल में भी ले गए, जहां फिर उसके साथ दरिंदगी की गई. जब वह उनके चंगूल से छूटकर एक ट्रक में बैठी, तो ट्रक ड्राइवर ने भी उसे नहीं बक्शा.
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धमकी देकर किया शोषण
यह भी खुलासा हुआ है कि पीड़िता को इससे पहले 4 जनवरी को हैवानियत का शिकार होना पड़ा था. ठीक एक हफ्ते बाद फिर वह बदमाशों के हत्थे चढ़ गई. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी थी.
पुलिस और जनता के सामने चुनौती
समाज को झकझोरने वाली यह घटना जिले में अपराधियों के बढ़ते हौंसलों की तरफ इशारा करती है. इसने साफतौर पर लोगों को यह संदेश दिया है कि वे अपने बच्चों को सतर्क रखें. हर समय उनकी खोज खबर लेते रहें. वहीं इस मामले के बाद पुलिस को भी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की दरकार है.
आठ आरोपी उमरिया के, एक सीधी का
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए नौ में से सात आरोपियों को पकड़ा था. इनमें आठ आरोपी उमरिया जिले के ही रहने वाले हैं, जबकि एक आरोपी सीधी का निवासी बताया जा रहा है.