उमरिया: वैसे तो सहकारी समिति के प्रबंधक की महीने आय 10 से 15 हजार तक ही होती है और इस महंगाई में इतने में घर चलना किसी बड़े टास्क से कम नहीं होता लेकिन मानपुर तहसील के सिगड़ी गांव में सहकारी समिति के प्रबंधक के राजशाही रहन सहन को ईओडब्ल्यू की टीम ने देखा तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं. आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने सहकारी समिति सिगड़ी के प्रबंधक राम सुवन गुप्ता के पतौर स्थित घर में धनतेरस की सुबह छापा डाल दिया.
फौरी तौर पर इतनी हुई बरामदगी
इस बारे में जानकारी देते हुए ईओडब्ल्यू के एसपी वीरेंद्र जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि छापे की कार्रवाई के दौरान प्रबंधक के घर में दो लाख से ज्यादा का कैश, 5.30 लाख की ज्वेलरी, दो बाइक, साढे़ 8 लाख की एक कार, कई जमीनों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं. साथ ही आठ अलग-अलग खातों में पांच लाख 50 हजार जमा होने की जानकारी भी खातों से मिली है. एलआईसी की अलग-अलग पॉलिसियों से 20 लाख के बीमा के दस्तावेज भी घर से बरामद किए गए हैं.
हो सकते हैं बड़े खुलासे
एसपी वीरेंद्र जैन का कहना है कि अभी जांच चल रही है और इससे कई गुना ज्यादा राशि के दस्तावेज जब्त होने की उम्मीद है। इस बारे में अन्य जानकारी बाद में देने के लिए एसपी ने कहा है। एसपी ने बताया कि समिति प्रबंधक के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद महिला से शिकायत की पुष्टि की गई और उसके बाद छापे की कार्रवाई की गई है।
10 सदस्यीय टीम ने दी है दबिश
आय से अधिक संपत्ति मामले में गुरुवार को ईओडब्लू की 10 सदस्यीय टीम ने समिति प्रबंधक सिगड़ी राम सुवन गुप्ता के ग्राम पतौर स्थित निजी मकान में दबिश दी है. इस कार्रवाई में मुख्य रूप से निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी, निरीक्षक सज्जन सिंह परिहार, उप निरीक्षक आशीष मिश्रा, उप निरीक्षक सीएल रावत, उपनिरीक्षक गरिमा त्रिपाठी, एएसआई संतोष कुमार पांडे, आरक्षक घनश्याम त्रिपाठी, रामजी पांडे, सत्यनारायण मिश्रा, पुष्पेंद्र पटेल, धनंजय सिंह, महिला आरक्षक पूनिका सिंह हैं.
इस मामले में बताया जाता है कि गोपनीय तरीके से इनके विरुद्ध शिकायत की गई थी, जिसके बाद विधिवत एफआईआर पंजीबद्ध किया गया है. जिसके बाद ईओडब्ल्यू रीवा ने कार्रवाई की है.
2 एकड़ जमीन पर बना है आलीशान घर
एसपी वीरेंद्र जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि समिति प्रबंधक राम सुमन गुप्ता के पतौर स्थित जिस घर में छापे की कार्रवाई की जा रही है, वह दो एकड़ भूमि पर बना हुआ है. इससे बड़ी बात यह है कि समिति प्रबंधक ने दो एकड़ जमीन पर मकान तो बनाया ही है साथ ही पूरी जमीन को ऊंची बाउंड्री वाल से भी घेरा है. लाखों रुपए तो सिर्फ बाउंड्री बनाने में ही खर्च कर दिए गए.