उमरिया। वैसे तो उमरिया ने ठंड के मामले में हिल स्टेशन पचमढ़ी को भी पीछे छोड़ दिया है. लेकिन ठंड की बढ़ती रफ्तार पर बादलों ने लगाम लगी हुई है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण आए बादलों के कारण न्यूनतम और अधिकतम पारा दिन में बढ़ोत्तरी हुई है. सोमवार की सुबह न्यूनतम पारा एक बार फिर 12.4 पर पहुंच गया. इस वजह से सुबह जरूर हल्की ठंड महसूस हुई. लेकिन दोपहर होते-होते गरम कपड़े भारी लगने लगे थे.
पश्चिमी विक्षोभ का असर उमरिया में भी बना हुआ है. आसमान पर लगातार बादल मंडरा रहे हैं.बूंदा-बांदी के भी आसार नजर आ रहे हैं. इसी वजह से न्यूनतम पारा ऊपर पहुंच गया है. लेकिन उत्तर की ओर से आने वाली हवाएं रात से लेकर सुबह तक अभी भी ठिठुरा रही हैं. मौसम वैज्ञानिक रजनीश यादव का कहना है कि बादलों के साफ होने पर जैसे ही पारा नीचे आएगा. ठंड एक बार फिर जोर पकड़ेगी.
इसके साथ ही दिन का पारा भी सामान्य हो सकता है. जिसके कारण धूप की चुभन कम होने की संभावना है. फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ बनते ही उत्तर की ओर से आने वाली हवाओं को रुख भी बदलकर पश्चिमी हो गया है.
हालांकि उत्तर भारत में बर्फबारी लगातार जारी है. लेकिन हवाओं की दिशा बदलने के कारण उनका असर शहर तक नहीं पहुंच रहा है. मौसम वैज्ञानिक रजनीश यादव का कहना है कि अगले एक-दो दिन तक मौसम इसी तरह रहेगा. उसके बाद ही बदलाव की संभावना है. इस बीच हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना भी है. लेकिन जैसे ही आसमान साफ होगा. एक बार फिर गलाव वाली ठंड का एहसास हो सकता है.