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शिकार के लिए बाघिन-तेंदुए बीच हुआ खूनी संघर्ष

एमपी के उमरिया में बछड़े को खाने के लिए बाघिन और तेंदुए में खूनी संघर्ष हो गया. इस संघर्ष में तेंदुए की मौत हो गई.

leopard
तेंदुआ
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Published : Apr 4, 2021, 6:22 PM IST

उमरिया। जंगल का एक ही नियम है, जो ताकतवर है वही जिंदा रहेगा. आज बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर रेंज में भूख मिटाने के लिए मादा तेंदुआ ने बछड़े का शिकार किया. वह बछड़े को खा ही रही थी. इस बीच बाघिन वहां पहुंच गई. उसने शिकार पर अपना हक जताते हुए तेंदुए पर हमला कर दिया. बाघिन और तेंदुए के बीच खूनी संघर्ष चला. इसमें तेंदुए की मौत हो गई. मादा तेंदुए की उम्र करीब ढाई से तीन वर्ष बताई गई है.

खूनी संघर्ष में तेंदुए की मौत
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विसेंट रहीम ने बताया कि पतौर रेंज के कसेरू बीट के कक्ष क्रमांक 192 बी बमेरा कसेरू मार्ग के किनारे मादा तेंदुए का शव मिला है. घटनास्थल सील कर स्निफर डॉग बैली की मदद से जांच की गई. घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर पर बछड़ा का भी शव मिला. उसके शरीर के ज्यादातर हिस्से को खा लिया था. पास ही मादा बाघ के पग चिह्न भी मिले हैं. बछड़े के शव को घसीटे जाने के भी सबूत मिले.

10 फीट की ऊंचाई तक मिले तेंदुए के निशान
शव के समीप एक पेड़ पर करीब 10 फीट की ऊंचाई तक तेंदुए के नाखूनों की खरोंच भी मिले. अनुमान लगाया जा रहा है कि संघर्ष के दौरान इतनी दूर से बाघिन ने तेंदुए को खींचा होगा. मादा तेंदुए के शव के गले और पीठ पर घाव मिले हैं. सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ डॉक्टर नितिन गुप्ता और एनटीसीए के प्रतिनिधि सीएम खरे द्वारा शव परीक्षण कर सैंपल लेने के बाद अंतिम संस्कार किया गया.

तेंदुए का गोली मारकर शिकार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा

तेंदुए ने किया बछड़े का शिकार
टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अनुसार तेंदुए ने बछड़े को मारा होगा. उसके द्वारा बछड़े को खाने से पहले ही बाघिन वहां आ गई. बाघिन और मादा तेंदुए के बीच संघर्ष हुआ. इसमें मादा तेंदुए की मौत हो गई. इसके बाद बाघिन ने बछड़े को खा लिया.

उमरिया। जंगल का एक ही नियम है, जो ताकतवर है वही जिंदा रहेगा. आज बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर रेंज में भूख मिटाने के लिए मादा तेंदुआ ने बछड़े का शिकार किया. वह बछड़े को खा ही रही थी. इस बीच बाघिन वहां पहुंच गई. उसने शिकार पर अपना हक जताते हुए तेंदुए पर हमला कर दिया. बाघिन और तेंदुए के बीच खूनी संघर्ष चला. इसमें तेंदुए की मौत हो गई. मादा तेंदुए की उम्र करीब ढाई से तीन वर्ष बताई गई है.

खूनी संघर्ष में तेंदुए की मौत
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विसेंट रहीम ने बताया कि पतौर रेंज के कसेरू बीट के कक्ष क्रमांक 192 बी बमेरा कसेरू मार्ग के किनारे मादा तेंदुए का शव मिला है. घटनास्थल सील कर स्निफर डॉग बैली की मदद से जांच की गई. घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर पर बछड़ा का भी शव मिला. उसके शरीर के ज्यादातर हिस्से को खा लिया था. पास ही मादा बाघ के पग चिह्न भी मिले हैं. बछड़े के शव को घसीटे जाने के भी सबूत मिले.

10 फीट की ऊंचाई तक मिले तेंदुए के निशान
शव के समीप एक पेड़ पर करीब 10 फीट की ऊंचाई तक तेंदुए के नाखूनों की खरोंच भी मिले. अनुमान लगाया जा रहा है कि संघर्ष के दौरान इतनी दूर से बाघिन ने तेंदुए को खींचा होगा. मादा तेंदुए के शव के गले और पीठ पर घाव मिले हैं. सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ डॉक्टर नितिन गुप्ता और एनटीसीए के प्रतिनिधि सीएम खरे द्वारा शव परीक्षण कर सैंपल लेने के बाद अंतिम संस्कार किया गया.

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तेंदुए ने किया बछड़े का शिकार
टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अनुसार तेंदुए ने बछड़े को मारा होगा. उसके द्वारा बछड़े को खाने से पहले ही बाघिन वहां आ गई. बाघिन और मादा तेंदुए के बीच संघर्ष हुआ. इसमें मादा तेंदुए की मौत हो गई. इसके बाद बाघिन ने बछड़े को खा लिया.

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