उमरिया। देश-प्रदेश के साथ विदेश में अपनी वाइल्ड लाइफ और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के उमरिया स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में नया पर्यटन सत्र एक अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है, रविवार यानि आज 1 अक्टूबर को सुबह से पर्यटक सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे. बारिश के सीजन में खराब हुए पर्यटन रूट का रख-रखाव करवा लिया गया है, पूरे मध्यप्रदेश के सात टाइगर रिजर्व में बांधवगढ़ के वन क्षेत्र में सर्वाधिक 165 बाघ पाए जाते हैं. रविवार से इसके ताला, मगधी, खितौली के साथ ही पनपथा, धमोखर और जोहिला गेट से सफारी हो पाएगी, वन विभाग की ऑनलाइन बुकिंग में पहला हफ्ता बुक है. फिर दशहरे की छुट्टी के समय में भी व्यस्तता रहेगी, इसके अलावा पार्कों में वन विभाग पर्यटन शुल्क बढ़ाने पर मंथन कर रहा है.
आज से खुले सभी टाइगर रिजर्व: सुबह पर्यटकों का स्वागत करने के लिए पार्क प्रबंधन की तरफ से फील्ड डायरेक्टर, डिप्टी फील्ड डायरेक्टर खुद मौजूद रहेंगे. ओपनिंग के पहले दिन दोनों टाइम पार्क पूरी तरह से फुल है. बांधवगढ़ में पर्यटकों का वेलकम करने की पूरी तैयारी कर ली गई है, मध्यप्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व एक अक्टूबर रविवार से खुल जाएंगे. पहले दिन पार्क पहुंचने के लिए पर्यटकों में खासा उत्साह है और यही कारण है कि पर्यटकों ने सभी टाइगर रिजर्व में बुकिंग करा रखी है.
रोमांच भरा है बाघों का कुनवा देखना: बांधवगढ़ के स्थानीय वन्यजीव प्रेमियों की मानें तो नए सत्र में पर्यटकों के लिए सर्वाधिक रोमांच तारा के कुनबे को देखना होगा. तारा बाघिन का छह शावकों का कुनबा है, ये चार अक्सर साथ में देखे जाते हैं. इसी तरह डॉटी का परिवार भी अक्सर खितौली में आसानी से देखा जाता रहा है, मगधी में डॉटी के चार मादा शावकों का राज है. ताला में चक्रधरा मादा के तीन शावक हैं, कजरी के चार, वनदेही के दो शावक अक्सर देखे जाते हैं. खितौली में ही रॉ बाघिन के चार बच्चे दो साल के वयस्क हो रहे हैं.
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147 जिप्सियों में सवारी कर घूमते हैं पर्यटक: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कुल 147 जिप्सियों को प्रतिदिन तीन गेट से प्रवेश दिया जाता है, इसमें से 75 जिप्सियों को सुबह और 72 जिप्सियों को शाम को प्रवेश दिया जाता है. ताला गेट में सुबह 28, शाम को 27, मगधी गेट में सुबह 27 शाम को 26 और खितौली गेट में सुबह 21 शाम को 22 जिप्सियों को प्रवेश दिया जाता है. बांधवगढ़ में कुल 259 जिप्सियां रजिस्टर्ड हैं, जिन्हें रोस्टर प्रणाली से पार्क के अंदर भेजा जाता है. हालांकि इनमें से 12 जिप्सियों पर अलग-अलग कारणों से प्रतिबंध लगा हुआ है, जिन्हें अब पार्क में प्रवेश नहीं दिया जाता है.
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को सफारी कराने के लिए लगी जिप्सियों की एक्सपायरी डेट बढ़ा दी गई है. पहले इन जिप्सियों को महज 10 साल तक ही पार्क के अंदर ले जाने की अनुमति होती थी, लेकिन इस साल से इसकी अवधि 15 साल कर दी गई है. यानी जो जिप्सियां दस साल पुरानी हो चुकी हैं वे अभी पांच साल और पार्क के अंदर पर्यटकों को ले जा सकेंगी. यह निर्णय हाल ही में हुआ है जिसका फायदा प्रदेश भर के जिप्सी संचालकों को मिलेगा, इसके लिए जिप्सी संचालक लंबे समय से मांग कर रहे थे.