उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पहली बार बर्ड सर्वे होगा. शुक्रवार से दो दिवसीय बर्ड सर्वे के लिए 13 राज्यों से 80 वायलेटियर्स बांधवगढ टाइगर रिजर्व पहुंचे हैं. जहां 44 स्थानों में ई-बर्ड एप के माध्यम से सर्वे होगा. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों के लिए ही नहीं बल्कि अलग-अलग समय पर पशु और पक्षियों के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां कई अलग-अलग तरह के पक्षी पाए जाते हैं. इस सर्वे के माध्यम से अब पता चल पाएगा कि बांधवगढ़ में कितने पक्षी मौजूद हैं.
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बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बर्ड सर्वे: आपको बता दें की बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ टाइगर रिजर्व में आज से पक्षियों का सर्वे शुरू हो गया है. दो दिवसीय सर्वे के लिए दूसरे प्रदेशों से सर्वे टीम बांधवगढ टाइगर रिजर्व पहुंच गई है. 5 और 6 जनवरी को बांधवगढ टाइगर रिजर्व में टीम 44 जगहों पर ऐप के माध्यम से सर्वे का कार्य करेगी. ताकि यहां पक्षियों की संख्या और प्रजातियां प्रबंधन के सामने आ सके. आपको बता दे की बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बर्ड सर्वे पहली बार हो रहा है. प्रबंधन एनजीओ के साथ मिलकर सर्वे कर रही है. वहीं सर्वे टीम पक्षियों का रिकार्ड ऐप में दर्ज करेगी.
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44 स्थानों पर 80 सदस्य करेंगे सर्वे: जानकारी के अनुसार बांधवगढ टाइगर रिजर्व में पहली बार हो रहे बर्ड सर्वे के लिए प्रबंधन ने तैयारियां कर रखी है. साथ ही साथ देश के 13 प्रदेशों से 80 लोगों की सर्वे टीम बांधवगढ टाइगर रिजर्व पहुंची है. जहां टाइगर रिजर्व के 44 स्थानों में टीम के 80 सदस्य सर्वे करेंगे. ई बर्ड ऐप में पक्षियों की फोटो लोकेशन और अन्य जानकारियां दर्ज करेंगे. वहीं सात जनवरी को पक्षियों की प्रजातियां और संख्या आ सकती है.
2023 में मंडला में हुआ था लास्ट बर्ड सर्वे: मंडला जिले के कान्हा टाइगर रिजर्व में लास्ट बर्ड सर्वे 2023 में हुआ था. यह बर्ड सर्वे पक्षियों की संख्या जानने के लिए किया गया. इसमें यह भी पता लगाने की कोशिश की गई कि कितनी स्पीशीज टाइगर रिजर्व में पाई जाती है. पार्क प्रबंधन की मानें तो सर्वे के दौरान पक्षियों की करीब 290 प्रजातियां देखी गई हैं. साथ ही कुछ ऐसी भी प्रजातियां मिली हैं, जो लंबे समय से विलुप्त थीं. कान्हा टाइगर रिजर्व में हम पिछले 3 सालों से बर्ड सर्वे कर रहे हैं. इसका उद्देश्य है कि कान्हा में जो पक्षी पाए जाते हैं. उनकी संख्या क्या है और कितनी स्पीशीज पाई जाती हैं? उसका आकलन किया जा रहा है.
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वहीं अब इस पूरे मामले में बांधवगढ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा ने बताया कि बर्ड सर्वे के लिए 80 सदस्यों की टीम आई है. जिनमें तेरह प्रदेशों के सदस्य हैं और सभी सदस्यों को बर्ड और वन्य प्राणियों की जानकारियां हैं. बांधवगढ टाइगर रिजर्व में पहली बार यह सर्वे हो रहा है.