उज्जैन। एक ऐसी विश्वव्यापी बीमारी जो कोविड-19 से भी इतनी खतरनाक कि एक वर्ष में 70 लाख लोगों कि जान ले लेती है. इतना ही नहीं इसे महामारी घोषित हुए 33 वर्ष हो जाने के बाद भी मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीमारी की गंभीरता के बारे में बताते हुए डिप्टी डायरेक्टर एवं कोविड नोडल प्रभारी डॉ. संजीव कुमरावत ने विस्तार से चर्चा की और कई महत्वपूर्ण बातें भी बताई. इस बिमारी से निजात पाने के लिए दुनियाभर में आज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (World No-Tobacco Day) मनाया जा रहा है.
कोरोना से भी गंभीर बिमारी
डॉ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च 2020 को कोविड-19 बिमारी को महामारी घोषित किया था, तब से लेकर आज तक इस बिमारी से विश्व मे लगभग 36 लाख व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है. पूरी दुनिया इस बिमारी से चिंतित है और निपटने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं.
एक ऐसी बिमारी जो ले चुकी है 70 लाख जानें
उन्होंने कहा कि इस संकट के दौर में आपका ध्यान ऐसी बिमारी की ओर लाना चाहुंगा, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987-88 मे महामारी घोषित कर दिया था. यानी 33 साल पहले इस बिमारी से पूरी दुनिया में 70 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है. यानी कोविड से दोगुनी मौत होती हैं, फिर भी हमको इस बिमारी की चिंता, डर, फिक्र नहीं है. डॉक्टर ने बिमारी का जिक्र करते हुए बताया कि वो बिमारी है "तम्बाकू सेवन" की.
World No Tobacco Day : कुछ ने किया 'तौबा' तो कुछ ने कहा- हम नहीं सुधरेंगे
छोड़ने वाला ही विजेता है
डॉक्टर ने जनता से अपील करते हुए कहा कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (World No-Tobacco Day) पर आपसे निवेदन है कि तम्बाकू सेवन छोड़िए,विजेता बनिए, क्योकि छोड़ने वाला ही विजेता है. उन्होंने बताया कि फेफड़े, मुंह व गले का 90 फीसदी कैंसर तंबाकू उत्पादों के सेवन से होता है. तंबाकू सेवन से दिल की बिमारी, लकवा, डायबिटिज, गठिया, फेफड़ों का रोग आदि का जोखिम भी बढ़ जाता है.