उज्जैन। श्याम मांगलिक परिसर के पास से एक महिला स्वास्थ्यकर्मी की आत्महत्या का मामला सामने आया है. यहां मृतका का शव कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला. मृतका के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं फॉरेंसिक टीम ने भी आकर शव का परीक्षण किया. इस पूरे मामले में एक पुलिसकर्मी का नाम भी सामने आया है.
प्रेम प्रसंग हो सकता है आत्महत्या का कारण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतका जहां रहती थी, उसके आसपास दो पुलिसकर्मी भी रहते है. इनमें से एक का नाम सुसाइड नोट में भी लिखा है. ऐसे में ये पूरा मामला प्रेम प्रसंग का लगता है, और आत्महत्या के पीछे की वजह भी यही मालूम होती है. फिलहाल, पुलिस अधिकारी भी सुसाइड नोट के बारे में कुछ कहने को तैयार नहीं है. मृतका बैतूल जिले की रहने वाली थी.
पुलिसकर्मी हेमेंद्र के कहने पर मकान किराए पर दिया था
सीएसपी मनोज रत्नाकर ने बताया कि, स्वास्थ्यकर्मी स्टाफ नर्स (मृतका) दो दिन से अस्पताल में ड्यूटी पर नहीं गई थी. मृतका का मोबाइल बंद आने पर डॉ. रेणुका मीणा ने स्वास्थ्यकर्मी जितेंद्र को उसके घर भेजा. कमरा बंद मिलने पर जितेंद्र ने खिड़की की झिरी में देखा, तो मृतका का शव झूलते हुए दिखा. स्वास्थ्यकर्मी ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद थाना प्रभारी दौलतराम जोगावत, नायब तहसीलदार अन्नु जैन और उन्हेल में पदस्थ डॉ. रेणुका मीणा समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे.
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शव पर चोट के निशान नहीं
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर मृतका का शव नीचे उतारा. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ. वहीं अन्य सामान भी उसके बैग से प्राप्त हुआ, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया. फॉरेंसिक टीम ने बताया मृतका का शव 8 से 10 घंटे पुराना है. टीम ने बताया कि पूरा मामला सुसाइड का ही लग रहा है, क्योंकि कहीं कोई चोट के निशान नहीं हैं. बता दें कि पीड़िता जिस मकान में रहती थी, उसके मालिक ने बताया कि मृतका को मकान की जरूरत थी, पुलिस जवान हेमेंद्र के कहने पर मकान किराए पर दिया था. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.