उज्जैन। घट्टिया तहसील के गांव में शासकीय भूमि पर माफियाओं ने बिना परमिशन के रातों रात बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा लगाकर अतिक्रमण कर लिया, साथ ही प्रतिमा के आस पास तार फेसिंग कर दी. अतिक्रमण की शिकायत जब प्रशासन को मिली तो शुक्रवार शाम 4 से 5 बजे के बीच प्रतिमा के आस पास अस्थाई बाउंड्री हटाने प्रशासन पुलिस अमले के साथ मौके पर पहुंचा. जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने पुलिस और प्रशासन की टीम पर पथराव कर दिया (Stones Pelted at Police in Ujjain). पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई में बलपूर्वक कार्रवाई करनी पड़ी. पथराव में जेसीबी चालक सहित 9 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका नजदीकी अस्पताल में उपचार किया जा रहा है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर पहचान कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रही है.
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पुलिस टीम पर हमला: एडीएम संतोष टैगोर ने बताया कि ''अतिक्रमण हटा कर जब टीम लौट रही थी उसी दौरान असामजिक तत्वों ने जेसीबी पर पत्थर से हमला किया. पुलिस कर्मियों ने जेसीबी चालक को बचाया तो कुछ पुलिस कर्मियों को चोंट पहुंचाई और गाड़ियां फोड़ी. घटना का वीडियो सामने आया है. जिसमें महिलाओं, बच्चों समेत गांव वाले पथराव करते हुए दिख रहे हैं''. एडीएम ने कहा कि ''आरोपियों को चिन्हित कर प्रकरण दर्ज किया जा रहा है, उनके खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी''.
रातों रात खड़ी कर दी बाबा साहब की प्रतिमा: दरअसल पूरा मामला घट्टिया तहसील के झितरखेड़ी गांव का है. गांव के सरपंच संदीप पाटीदार ने बताया की ''गांव में शासकीय भूमि है, जहां पर सर्व समाज की सहमति से एक प्रस्ताव शासन को भेजा गया था कि महापुरुष की प्रतिमा लगाई जाए, लेकिन किसी कारण वश प्रस्ताव निरस्त हो गया. बीती रात किसी ने रातों रात बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा लगा दी और आस पास तार फेसिंग कर दिए. दोपहर में प्रशासन की टीम अतिक्रम हटाने आई तो कुछ लोगों ने हमला कर दिया''. सरपंच ने कहा बाबा साहब अम्बेडकर सबके महापुरुष हैं, उनका सम्मान है, लेकिन अचानक किसने टीम पर हमला किया कौन वो लोग हैं, इसकी पुलिस जांच कर रही है.
30 उपद्रवी चिन्हित: पुलिस का कहना है कि ''पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है. 1 जेसीबी चालक सहित पुलिस कर्मियों को चोटें आई हैं. जिन्हे प्राथमिक उपचार दिया गया हैं. मामले में करीब 30 उत्पातियों को चिन्हित किया है. नामजद प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं और पूरे मामले को जांच में प्रशासन ने भी लिया है. किसने अतिक्रमण किया कब किया, जांच के बाद ही पता चलेगा''.