उज्जैन। संत अवधेश पुरी महाराज ने 5 दिन पहले उज्जैन दक्षिण से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. वही अवेधशपुरी ने अब बीजेपी कार्यालय में भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव के साथ प्रेस वार्ता आयोजित की. उन्होंने अब चुनाव लड़ने से इनकार किया और अपनी कही बातों से पलट गए. जब उनसे सवाल किया गया तो वह प्रेस वार्ता छोड़कर चले गए. बात दें कि संत अवधेशपुरी महाराज ने 25 अक्टूबर को निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी और भाजपा पर संतों की चुनाव में उपेक्षा करने का आरोप लगाया था.
बीजेपी नेताओं पर लगाए थे आरोप : इसके साथ ही अवधेशपुरी ने भाजपा प्रत्याशी सिहंस्थ की जमीन, शिप्रा शुद्धिकरण और महाकाल मंदिर को लेकर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि उनके साथ और भी साधु संत हैं, जो उनका सहयोग करेंगे. जिसको लेकर संतों के साथ बैठक भी हो चुकी है. उन्होंने उज्जैन उत्तर से निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी. लेकिन रविवार को आयोजित हुई प्रेस कांफ्रेंस में उच्च शिक्षा मंत्री व भाजपा के प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव के साथ वह मंच पर मौजूद थे.
ये खबरें भी पढ़ें... |
मंच छोड़कर भागे : इस दौरान अवधेशपुरी ने कहा कि उनका चुनाव लड़ने का निर्णय पार्टी की नीति को लेकर था, जो मुद्दे उन्होंने उठाए थे, उस पर चर्चा हो चुकी है. अब वह निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे. वह बीजेपी के साथ हैं. मीडिया ने जब उनसे तीखे सवाल किए तो अवधेश पुरी महाराज मंच छोड़कर भागते नजर आए. मीडिया ने उनसे सवाल किए तो वह बचते नजर आए. मीडिया ने उन पर आरोप लगाए कि कितने में डील हुई है. जमीन घोटाले के आरोप लगाने के बाद वह पलट क्यों रहे हैं. लेकिन अवेधेशपुरी ने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया.