उज्जैन। शहर में आजकल पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा चल रही है. सोमवार को कथा का अंतिम दिन है. बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने पिछले साल संविधान बदलने को लेकर एक विवादित बयान कथा के दौरान मंच से दिया था. जिसका विरोध करते हुए डॉ.अंबेडकर छात्र संगठन, अजाक्स संगठन ने पं.मिश्रा का पुतला जलाकर विरोध जताया. इन संगठनों ने पुलिस कंट्रोल रूम पर ज्ञापन सौंपकर पं.मिश्रा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मकान तोड़ने की मांग की है.
प्रदीप मिश्रा पर कार्रवाई की मांग: बहुजन समाज पार्टी से जुड़े कई समाज के लोगों ने पंडित प्रदीप मिश्रा पर कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव किया. इसके बाद पुलिस को ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा संविधान के खिलाफ बोलने पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाने की मांग है. बहुजन समाज पार्टी के नेता धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया कि प्रदीप मिश्रा द्वारा ने सीहोर में कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय एकता के प्रतीक विश्व के सबसे महान संविधान को बदलने की टिप्पणी की. ये देश के संविधान का अपमान है.
ये खबरें भी पढ़ें... |
संविधान मानने वालों को ठेस लगी: ज्ञापन में मांग की गई है कि पंडित प्रदीप मिश्रा की मंशा समाज तथा देश में नफरत की भावना उत्पन्न करने की प्रतीत होती है. पंडित मिश्रा द्वारा सार्वजनिक रूप से की गई संविधान बदलने संबंधी टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इससे देश के संविधान को मानने एवं उसमें आस्था विश्वास रखने वाले लाखों लोगों की भावना को ठेस पहुंची है. जिससे समाज में आक्रोश व्याप्त है. अगर पंडित मिश्रा पर कार्रवाई नहीं होती तो व्यापक स्तर पर विरोध किया जाएगा.