उज्जैन। सावन के पहले सोमवार के दिन उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल का दरबार शाम को दो घंटे के लिए खोला गया. दर्शन के लिए भक्तों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि उसे संभालना किसी के बस में नहीं था. इस दौरान मंदिर परिसर में ही एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. दरअसल दर्शन के लिए मची भगदड़ में एक बच्ची और महिला नीचे गिर और लोग उन्हें कुचलते हुए आगे बढ़ते रहे. इसी दौरान पास खड़े पुलिसवाले की नजर जैसे ही महिला और बच्ची पर पड़ी तक काफी मशक्कत के बाद बच्ची और महिला को बाहर निकाला. इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है. घटना से सबक लेते हुए मंदिर प्रशासन ने व्यवस्थाएं और बेहतर करने का आश्वासन दिया है.
कई वीआईपी भी दर्शन करने पहुंचे थे
सावन का पहला सोमवार होने की वजह से बाबा महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर में सुबह से ही काफी भीड़ थी. इस दौरान कई वीआईपी भी बाबा का आशीर्वाद लेने महाकाल मंदिर पहुंचे थे. सुबह 9 बजे के बीच उमा भारती ने महाकाल के दर्शन किए थे. उस दौरान भी मंदिर में भीड़ का ऐसा ही दृश्य देखा गया था. एक बार फिर शाम को जब महाकाल की शाही सवारी के वापस आने के बाद दोबारा दर्शनों के लिए मंदिर को खोला गया . इस दौरान मंदिर परिसर में बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे. मंदिर खुलते ही भीड़ दर्शन के लिए रैलिंग तोड़ते हुए मंदिर में घुस गई. इसी दौरान महिला और बच्ची के भीड़ के नीचे दब जाने की घटना हुई. इससे एक दिन पहले ही मंदिर में इंटेलीजेंस ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा था.
CM शिवराज सिंह चौहान ने अपने परिवार के साथ बाबा महाकाल के किए दर्शन
लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आने के बाद प्रशासन की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं. बाबा महाकाल के दर्शन के लिए फ्री फॉर ऑल व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि अगले सोमवार के लिए अच्छा प्लान तैयार किया जाएगा, निश्चित रूप से फ्री फॉर ऑल में कोविड गाइडलाइन का पालन करना मुश्किल होता है, इसलिए नया प्लान तैयार कर बुधवार को जारी किया जाएगा. कलेक्टर ने भी माना है कि सावन के पहले सोमवार के दिन व्यवस्था बनाए रखना मुश्किल था. आपको बता दें कि कलेक्टर आशीष सिंह उज्जैन महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष भी हैं.