उज्जैन। टिकट बंटवारे के बाद से ही नाराज नेताओं का गुस्सा अब देखने को मिल रहा है, नेताओं का दल बदल भी जारी है. जो पार्टियों की मुसीबतें भी बढ़ा रही हैं. उत्तर से लगातार उम्मीद लगाए बैठे विक्की यादव को टिकट नहीं मिलने और उनके बदले माया राजेश त्रिवेदी को पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज होकर कांग्रेस नेता विक्की यादव ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है. यदि आम आदमी पार्टी विक्की यादव को उज्जैन उत्तर से उम्मीदवार के रूप में उतरती है तो कांग्रेस को नुकसान होगा और बीजेपी को बड़ा फायदा होगा.
दरअसल, विक्की यादव कांग्रेस पार्टी के लिए लगातार मेहनत करते आए हैं. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि इस बार पार्टी उन्हें उज्जैन उत्तर से टिकट देगी. इसको लेकर उन्होंने दिन-रात मेहनत की और जनता के बीच में बने रहे. वहीं, विक्की यादव की तरफ से उज्जैन उत्तर की हजारों महिलाओं को साड़ी तक भेंट की और राखी तक बने और सबसे वचन भी लिया. लेकिन विक्की यादव को कांग्रेस पार्टी ने टिकट नहीं दिया और उनके बदले पार्षद माया राजेश त्रिवेदी को कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी के रूप में उज्जैन उत्तर से टिकट दे दिया.
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शहडोल में इस आदिवासी नेता ने थामा बीजेपी का दामन: सीएम शिवराज सिंह चौहान के इस सभा में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के एक आदिवासी नेता ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बता दें की जैतपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने 2018 में रही अपने प्रत्याशी उमा धुर्वे को ही एक बार फिर से टिकट दिया है. साल 2023 में भी कांग्रेस ने जैतपुर विधानसभा सीट से उमा धुर्वे को ही कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है. इसी वजह से ललन सिंह नाराज बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इसी वजह से नाराज होकर कांग्रेस के आदिवासी नेता ललन सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.
गौरतलब है कि जैतपुर विधानसभा सीट से इस आदिवासी नेता के बीजेपी में चले जाने के बाद से बताया जा रहा है कि कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि ललन सिंह लगातार नाराज चल रहे थे ललन सिंह एक बार बुढार जनपद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, इसके अलावा दो बार जिला पंचायत सदस्य और दो बार सरपंच भी रह चुके हैं और लगातार चुनाव जीत रहे थे, कांग्रेस पार्टी के संगठन में भी लंबे समय से जुड़े हुए थे।