उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में विराजमान है. यहां हर 12 साल में एक बार सिंहस्थ कुंभ का मेला लगता है और साधु-संतों का जमावड़ा लगता है. इस वजह से सिंहस्थ भूमि क्षेत्र पर किसी भी व्यक्ति को अवैध कब्जा करने की अनुमति नहीं है और न ही पक्का निर्माण करने की. इसके बावजूद भी कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने इस भूमि पर कब्जा कर लिया है और वहां पर कारखाने तक चला रहे हैं. इस मामले में नगर निगम की टीम ने शनिवार को ऐसे अवैध कब्जा धारियों के खिलाफ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की.
बड़े गोदाम एवं कारखानों पर की कार्रवाईः जानकारी के अनुसार बड़नगर रोड स्थित दांडी आश्रम के पास 10 से 12 की संख्या में बड़े गोदाम एवं कारखाने सिंहस्थ क्षेत्र की भूमि पर संचालित किए जा रहे थे. उक्त अवैध निर्माणों को पूर्व में भी हटाने के निर्देश देते हुए कुछ दिन की मोहलत दी गई थी. मोहलत की समय अवधि पूर्ण होने के पश्चात नगर निगम की ओर से शनिवार को अवैध कारखाने और निर्माण कार्यों को जेसीबी के माध्यम हटाने की कार्रवाई की गई.
साल 2028 में लगना है सिंहस्थ कुंभ का मेलाः बता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुसार जिला प्रशासन लगातार अवैध कब्जा धारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दे रहा है. वहीं, नगर निगम और पुलिस प्रशासन की टीम लगातार अवैध कब्जा धारियों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है. साल 2028 में सिंहस्थ कुंभ का मेला लगना है, जिसको लेकर प्रशासन अब तैयारियों में जुट जाएगा. ऐसे में आने वाले साधु-संतों के लिए अवैध कब्जा धारियों से जमीन भी फ्री करानी होगी.
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इस मामले को लेकर भवन कार्यपालन यंत्री पीसी यादव ने कहा, ''अवैध बड़े गोदाम एवं कारखाने को हटाने के लिए नगर निगम की ओर से कार्रवाई की गई. ये कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.''