उज्जैन। नगर निगम की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर सिंहस्थ क्षेत्र में बने स्थायी अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की. इस दौरान अतिक्रमण करने वालों ने नगर निगम की टीम से विवाद भी किया. लेकिन निगम के बुलडोजर ने सिंहस्थ क्षेत्र में बने 3 अवैध मकानों को ध्वस्त कर दिया. क्योंकि आने वाले समय में सिंहस्थ मेले को लेकर उज्जैन प्रशासन को तैयारियां करना है और ऐसे में जिन लोगों ने सिंहस्थ मेला जमीन पर कब्जे कर रखे हैं, उसे मुक्त कराना है.
नोटिस के बाद भी नहीं हटाया कब्जा : उज्जैन 2028 के सिंहस्थ को लेकर शासन- प्रशासन चिंतित है. इसी के चलते लगातार सिंहस्थ क्षेत्र में बने अवैध स्थायी और अस्थायी अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई समय-समय पर की जा रही है. इसी के अंतर्गत मुरलीपुरा क्षेत्र में सिंहस्थ की भूमि पर अवैध रूप से बनाये गए मकानों को नगर निगम की टीम के द्वारा पूर्व में नोटिस जारी किये थे, जिन्हें स्वयं हटाने हेतु दिशा निर्देशित किया था. लेकिन बार-बार नोटिस देने के बाद भी अतिक्रमण करने वाले कब्जे नहीं हटा रहे थे.
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कोई भी निर्माण नहीं हो सकता : नगर निगम टीम के प्रभारी मोनू थानवार ने बताया कि तीन मकानों को हटाने की कार्रवाई जिला कलेक्टर और निगम कमिश्नर के आदेश पर की गयी है. सिंहस्थ क्षेत्र में अतिक्रमण को चिह्नित कर हटाने की कार्रवाई लगातार की जा रही है. क्योंकि हर 12 साल में उज्जैन बाबा महाकाल की नगरी में शिप्रा के तट पर सिंहस्थ कुंभ का मेला भरता है और बड़ी संख्या में साधु संत अपना डेरा जमाते हैं. इस जगह को सिंहस्थ मेले के लिए आरक्षित कर रखा है. ऐसे में जहां पर कोई भी व्यक्ति ना तो कब्जा कर सकता है और ना ही पक्का निर्माण कर सकता है.