उज्जैन। उत्तर से पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक पारस जैन 1990 से लगातार चुनाव लड़के आ रहे हैं, जिसमें 1998 में एक बार उन्हें हार हासिल हुई है. इसके बाद से पारस जैन लगातार जीतते हुए आए हैं. इस दौरान वह शिक्षा मंत्री, खाद्य राज्यमत्री, वन राज्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं. लेकिन हाल ही में सरकार ने 70 से ऊपर वाले उम्रदराज नेताओं को टिकट नहीं देने को कहा था. इस पर पारस जैन का मानना है कि ''संगठन यदि 75 से ऊपर वाले नेताओं को मौका दे सकते हैं तो प्रदेश संगठन को भी इस पर सोचना चाहिए और ऐसे लोगों को टिकट देना चाहिए जो अभी फिट हैं और कार्य कर सकते हैं. जिन्हें जनता चाहती है और वह जीत सकते हैं, ऐसे लोगो को टिकट देना चाहिए''.
टिकट मिला तो जीतकर दिखाऊंगा: विधायक पारस जैन ने कहा कि सरकार ने कहा था कि ''75 साल वालों को टिकिट नही देंगे, लेकिन देखने में आया है कि 70 से ऊपर वालों को भी दिया है और कई लोगों को संगठन में लिया भी है. मेरा कहना है कि जो व्यक्ति फिट हैं और अच्छा काम कर रहा है, जिसे जनता भी चाहती है, ऐसे लोगों को मौका देना चाहिए और उमीदवार बनना चाहिए''. उन्होंने कहा कि यदि मुझे टिकिट मिलता है तो लड़ूंगा और जीतूंगा भी.
चुनावी तैयारियों में जुटी पार्टियां: वर्ष 2023 में एमपी विधानसभा और 2024 में लोकसभा चुनाव होना है. चुनाव को कुछ ही समय शेष है, पार्टियां जीत की तैयारियों में जुट गई हैं. मध्य प्रदेश में इस समय सियासी पारा गर्माया हुआ है. 70प्लस के विधायक अपने भविष्य को लेकर टेंशन में आ गए हैं. उन्हें अब पार्टी टिकट देगी या नहीं इस पर संशय बरकरार है. मंत्री पारस जैन से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मौका मिलना चाहिए.